मोदी के मन की बात: वृक्ष को संतान की तरह मानें

mann-ki-baat pm modiनई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर देशवासियों से अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात के जरिए रूबरू हुए। मन की बात के जरिए पीएम मोदी ने रियो ओलंपिक में जाने वाले खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं दी। तपस्या के बाद बनते हैं खिलाड़ी
मोदी ने कहा कुछ ही दिनों में विश्व का सबसे बड़ा खेलों का महाकुंभ होने जा रहा है, रियो में जाने वाले खिलाडिय़ों का हौसला बुलंद करने की जिम्मेदारी 125 करोड़ भारतवासियों की है। यहां तक जो खिलाड़ी पहुंचता है, वह बड़ी कड़ी मेहनत के बाद पहुंचता है, एक प्रकार की कठोर तपस्या करता है। खिलाड़ी रातों-रात नहीं बनते, एक बहुत बड़ी तपस्या के बाद बनते हैं।
मन की बात कार्यक्रम में मोदी ने पूर्व दिवंगत राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को याद किया। मोदी ने कहा गत सप्ताह अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथि पर देश और दुनिया ने श्रद्धांजलि दी। अब्दुल कलाम जी का नाम आता है तो विज्ञान, तकनीक, मिसाइल भावी भारत के सामथ्र्य का चित्र हमारी आँखों के सामने अंकित हो जाता है।
पीएम मोदी ने कहा मुझे गर्भवती माताओँ की चिंता सताती है। साल में 3 करोड़ महिलाएं गर्भधारण करती हैं। हर साल बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाओं को अपनी जान गंवानी पड़ती है। मोदी ने कहा हर महीने की 9 तारीख को सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिलाओँ की निशुल्क जांच की जाएगी।
मोदी ने कहा भगवान कृष्ण वृक्ष की चर्चा करते हैं, युद्ध के मैदान में भी वृक्ष की चर्चा चिंता करना मतलब कि इसका महत्व कितना होगा। महाभारत के अनुशासन पर्व में कहा गया है – जो वृक्ष लगाता है, उसके लिए ये वृक्ष संतान रूप होता है, इसमें संशय नहीं है। गुजरात में समाजसेवी संगठन ने अम्बा जी मंदिर में पदयात्रियों को प्रसाद में पौधा देने का संकल्प किया, यह एक सहज जन-आन्दोलन बन सकता है। सरकार ने कानून पारित किया, जिसके तहत वृक्षारोपण के लिए करीब 40 हजार करोड़ रुपये राज्यों को आवंटित किए जाएंगे।इसके अलावा मोदी ने महाराष्ट्र के खंडू मारुती महात्रे की पोती सोनल के विवाह में मेहमानों को आम का पौधा भेंट करने पर उनकी सराहना भी की। मोदी ने कहा पुणे की सोनल ने अपनी शादी में रिश्तेदारों को केसर आम का पौधा उपहार में दिया, इस प्रयास के लिए सोनल को बधाई सोनल ने सिर्फ अपने माता-पिता की नहीं, समाज की इच्छाओं को पूर्ण करने का जैसे बीड़ा उठाया है।
मोदी ने आगे कहा आंध्र प्रदेश ने भी 2029 तक अपना ग्रीन कवर 50त्न बढ़ाने का फैसला किया है। जबकि महाराष्ट्र सरकार ने एक जुलाई को पूरे राज्य में करीब सवा-दो करोड़ पौधे लगाये हैं और अगले साल 3 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प किया है। साथ ही राजस्थान ने मरु-भूमि में पच्चीस लाख पौधे लगाने का संकल्प किया है।