हेल्थ डेस्क। अश्वगंधा एक झाड़ीदार पौधा होता है। इसकी जड़ों में बहुत से पौष्टिक तत्व होते हैं। अश्वगंधा के बीज, फल एवं छाल का विभिन्न रोगों के उपचार में प्रयोग किया जाता है। यह मधुमेह से पीडि़त लोगों में मोतियाबिंद जैसी समस्या पर भी लगाम लगाता है। आइए जाने अश्वगंधा के फायदे:-
कैंसर में फायदेमंद
कैंसर की दवाएं बीमार कोशिकाओं के साथ-साथ सामान्य कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचाती है, जिससे अन्य रोगों के बढऩे की आशंका हो जाती है। लेकिन कैंसर की दवाओं के साथ अश्वगंधा का सेवन करने से अद्भुत फायदा देखा गया है। अश्वगंधा के प्रयोग से केवल कैंसर ग्रस्त कोशिकाएं व न्यूरान्स ही नष्ट हुए, जबकि अन्य कोशिकाओं को कोई नुकसान नहीं हुआ।
झुर्रियां गायब होंगी
यदि किसी को चर्म रोग है तो उसके लिए भी अश्वगंधा बहुत लाभकारी है। इसका चूर्ण बनाकर तेल से साथ लगाने से चर्म रोग से निजात पाई जा सकती है। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अडवांस साइंस ऐंड टेक्नॉलजी के वैज्ञानिकों के अनुसार अश्वगंधा के सेवन से त्वचा पर पडऩे वाली झुर्रियों से भी बचा जा सकता है।
फोड़े-फुंसी नहीं होंगे
अश्वगंधा की पत्तियां त्वचा रोग, शरीर की सूजन एवं शरीर पर पड़े घाव और जख्म भरने जैसी समस्या में भी बहुत उपयोगी हैं। अश्वगंधा के पौधे को पीसकर लेप बनाकर लगाने से शरीर की सूजन, शरीर की किसी विकृत ग्रंथि और किसी भी तरह के फुंसी-फोड़े में लगाने से आराम मिलता है।
ये भी लाभ
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीडि़त लोग यदि अश्वगंधा के चूर्ण का दूध के साथ नियमित सेवन करेंगे तो निश्चित तौर पर उनका प्रेशन नॉर्मल हो जाएगा। इसके अलावा शरीर में कमजोरी या दुर्बलता को भी अश्वगंधा तेल से मालिश कर दूर किया जा सकता है। गैस संबंधी समस्या में भी ये पौधा अत्यंत लाभदायक होता है। सांस संबंधी रोगों से निजात पाने के लिए अश्वगंधा के क्षार को शहद को घी के साथ मिलाकर सेवन करने से बहुत लाभ मिलता है।
एक्सपर्ट की राय
आयुर्वेदाचार्य, ए के गर्ग के मुताबिक, अश्वगंधा पौधे की जड़ पौष्टिक होने के साथ ही पाचक अम्ल और प्लेग जैसी महामारियों से निजात दिलाती है। इसके अलावा खांसी, क्षयरोग और गठिया में भी यह लाभदायक है।