वाह रे शरीफ की शराफत: कश्मीर को लेकर यूएन को लिखा लेटर

nawaz-sharif- unइस्लामाबाद,एजेंसियां। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया है। शरीफ ने इस मसले पर संयुक्त राष्ट्र को लेटर लिखा है और कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों की तरफ से जारी हिंसा पर रोक लगाने की मांग की। इससे पहले शरीफ ने मंगलवार को भारत को उकसाने का प्रयास करते हुए कहा था कि कश्मीरियों की आवाज बनाना उनका फर्ज है।
शरीफ ने ये लेटर संयुक्त महासचिव बान की मून और मानवाधिकार मामलों पर संयुक्त राष्ट्र के हाई कमिश्नर प्रिंस जाएद अल हुसैन को लिखा है। इसमें उन्होंने कहा कि कश्मीर में मानवाधिकार का जो लगातार उल्लंघन हो रहा है, उस पर रोक लगाई जाए। इसके साथ ही शरीफ ने यह भी मांग कि इस बारे में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस प्रस्ताव को लागू किया जाए जो जनमत संग्रह के जरिए कश्मीरियों को आत्मनिर्णय की क्षमता प्रदान करता है। शरीफ ने इस लेटर में कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि हालिया हिंसा के दौरान 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 3500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं जिनमें से 400 की हालात नाजुक है।
भारत को उकसाने का प्रयासबता दें कि इससे पहले मंगलवार को शरीफ ने एक बार फिर भारत को उकसाने का प्रयास करते हुए कहा था कि कश्मीरियों की आवाज बनना उनका दायित्व है वह घाटी के लोगों की स्थिति के बारे में दुनिया को समझाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र की अगाामी महासभा की तैयारी के लिए आयोजित एक बैठक के दौरान ऐसा कहा था।
शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र की आगामी महासभा की तैयारी के लिए मंगलवार को एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में विदेश मामलों पर उनके सलाहकार सरताज अजीज, विदेश मामलों पर विशेष सहायक तारिक फातमी, विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी, संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थाई प्रतिनिधि मलीहा लोधी और अमरीका में पाकिस्तान के राजदूत जलील अब्बास जिलानी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।