सेक्स सीडी कांड: 11 साल बाद स्वामीनारायण मजिस्ट्रेट कोर्ट में करेगा सरेंडर

sex racketअहमदाबाद (आरएनएस)। वडताल स्वामीनारायण संप्रदाय के साधुओं के सीडी के मामले से जुड़े पूर्व आचार्य अजेंद्रप्रसाद पांडे कल बुधवार को नडियाद के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट में सरेंडर करेंगे। स्वामीनारायण संप्रदाय को आंदोलित करने वाले इस सेक्स सीडी वाले मामले के 11 साल बाद एक नया मोड़ आया है। सहजानंद स्वामी की आठवीं पीढ़ी के वंशज अजेंद्र प्रसाद ने पिछले 11 सालों में सेक्स सीडी कांड में विभिन्न अदालतों में अग्रिम जमानत के लिए और अपने खिलाफ लगे आरोपों को रद्द करने का आवेदन देकर अपनी गिरफ्तारी टालता आ रहा था। उनकी धरपकड़ नहीं करने के बदले में कोर्ट ने पुलिस को बार-बार लताड़ा भी है। उनकी सम्पत्ति भी कोर्ट ने जब्त करवा दी है। सेक्स सीडी के इस मामले में नौतम स्वामी समूह ने वडताल स्वामीनारायण ट्रस्ट बोर्ड से अजेंद्रप्रसाद को हटा दिया था। अजेंद्रप्रसाद ने इसका विरोध किया था। आखिर में हाईकोर्ट के आदेश द्वारा उसे सभी पदों से हटा दिया गया। स्वामीनारायण सेक्स सीडी कांड 2005 में हुआ था। अजेंद्रप्रसाद के विरोधी नौतम स्वामी समूह के साधुओं ने वेश्याओं के साथ सेक्स करते हुए काफी चर्चित हुई, इससे पूरे राज्य में खलबली मच गई। यह आवेदन 14 जुलाई 2016 को नडियाद के चीफ ज्यूडिशियल कोर्ट के न्यायाधीश गिरीश भाई सोनी ने पूर्व आचार्य अजेंद्रप्रसाद नरेंद्र प्रसाद पांडे की डिस्चार्ज अर्जी को इंकार कर उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी कर दिया था। इससे वारंट को 15 जुलाई को चुनौती दी गई थी। कोर्ट ने दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलों को सुनकर आखिरी सुनवाई 11 अगस्त 2016 तय की। नडियाद के एडिशनल जज वी.डी.परमार ने आरोपी अजेंद्रप्रसाद पांडे की गैरजमानती वारंट की अपील नामंजूर कर निचली अदालत के आदेश को बरकरार रखा। उल्लेखनीय है कि काफी समय से नडियाद में इस मामले को लेकर चर्चाओं का दौर चल रहा था।