मुनव्वर बोले: अमन नहीं जंग चाहते हैं दोनों देश के नेता

Munawwar-Ranaइलाहाबाद। मशहूर शायर मुनव्वर राना ने कहा है कि बंटवारे के समय ही हमारे बुजुर्गो को दोनों देशों के रिश्तों को लेकर एक राय हो जाना चाहिए था, पर ऐसा नहीं हुआ। तल्खी की बुनियाद 1947 में ही डाल दी गई थी। हिंदुस्तान में नफरत का दायरा सीमित है पाकिस्तान में कई गुना ज्यादा। यहां हिंदू मुस्लिम क्या नफरत करते होंगे जैसा पाकिस्तान में मुहाजिरों से किया जाता है।
एक कार्यक्रम में आए शायर मुनव्वर राना ने कहा कि दोनों देश के नेता सियासी रोटियां सेंकते हैं। वह अमन नहीं, जंग कराना चाहते हैं। उन्हें इंसानी रिश्तों और इंसानियत से कुछ लेना देना नहीं। उन्होंने कहा कि अपने देश में कोई ऐसा हिंदू नहीं होगा, जिसके 25 मुस्लिम दोस्त न हों, लेकिन राजनीति की वजह से खिंचाव रहता है। पाकिस्तान में कट्टरपंथियों के कारण हिंसा ज्यादा होती है।
एक सवाल पर इस मशहूर शायर ने कहा कि मोदी पाकिस्तान गए तो नवाज शरीफ की मां से मिले और नवाज शरीफ ने मोदी जी की मां के लिए तोहफा भेजा। इसी तरह की पहल दोनों सियासतदानों को करनी चाहिए, क्योंकि जहां मां होती हैं, वहां बंटवारे नहीं होते। अशोक चक्रधर पाकिस्तान गए तो फूट-फूटकर रोए थे। उनको सम्मान, खातिरदारी बहुत उम्दा लगा था।