27 साल यूपी बेहाल यात्रा में कांग्रेस नेताओं का सहूलियत पर ध्यान,दिल्ली-एनसीआर पर रहेगा जोर

sonia and rahulलखनऊ अगस्त। यह बेहद मजेदार है। उप्र के मिशन 2017 में कांग्रेस के नेता पलीता लगाने में जुट गए है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य की परवाह किये बिना वाराणसी की सडक़ों पर उमस व गर्मी के बावजूद रोड शो किया। वे बीमार हुई, अस्पातल में भर्ती रहीं। कांग्रेस के उप्र प्रभारी गुलाम नबी आजाद, प्रदेश में मुख्यमंत्री बनने की दावेदार शीला दीक्षित व प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने पार्टी के 27 साल यूपी बेहाल यात्रा के दूसरे चरण का कार्यक्रम सेहत और सहमलियत को ध्यान में रख कर बनाया है। कांग्रेस के दूसरे नेता पार्टी अध्यक्ष की तरह सेहत से खिलवाड़ का रिस्क उठाने को तैयार नही है। लिहाजा वे उप्र में कांग्रेस का माहौल बनाने में अपने आराम और सहूलियत का ध्यान खूब रख रहें है। पता नही इस मामले में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर का क्या सुझाव है। कांग्रेस की 27 साल यूपी बेहाल यात्रा के दूसरे चरण में दिल्ली-एनसीआर पर ज्यादा जोर दिया गया है। यात्रा के दूसरे चरण में दो यात्राएं निकलनी है। दोनों को 33 जिलों के लिए यात्रा के मार्ग में जहां भी मौका मिला, शुरूआत व समापन दिल्ली-एनसीआर कर लिया गया है।
इसकी एक बानगी देखिये- पहली यात्रा 15 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर से शुरू होकर बागपत, दिल्ली-एनसीआर, मुजफ्फरनगर होते हुए 16सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर में समाप्त होगी। 18 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर से शुरू होकर शामली, सहारनपुर होते हुए 19 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर में समाप्त होगी। 22 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर से शुरू होकर अलीगढ़, कासगंज होते हुए 23 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर में समापन। 26 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर से शुरू होकर संभल, बदायूं होकर 27 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर में समापन। हालांकि पहली यात्रा 21 अगस्त को लखनऊ से शुरू होकर बाराबंकी, बहराइच होते हुए वापस लखनऊ। इसके उपरान्त 26 अगस्त को गोरखपुर से आरम्भ होकर कुशीनगर महराजगंज होते हुए 27 अगस्त को गोरखपुर। 30 अगस्त को लखनऊ से शुरू होकर रायबरेली, प्रतापगढ़ए कौशाम्बी होते हुए इलाहाबाद। 3 सितम्बर को वाराणसी से आरम्भ होकर आजमगढ़, अम्बेडकरनगर, जौनपुर होते हुए 5 सितम्बर को वाराणसी। 7 सितम्बर को वाराणसी से शुरू होकर संत रविदासनगर, मिर्जापुरए सोनभद्र होते हुए 08 सितम्बर को वाराणसी। 10 सितम्बर को लखनऊ से शुरू होकर सीतापुर, लखीमपुर होते हुए 11सितम्बर को लखनऊ।
दूसरी यात्रा का मार्ग भी कुछ इस तरह है-18 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर से जीबीनगर, दिल्ली-एनसीआर बुलन्दशहर होते हुए दिल्ली-एनसीआर में समापन। 21 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर से मेरठ, बिजनौर होते हुए दिल्ली-एनसीआर में समापन। 26 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर से मथुरा, हाथरस होते हुए दिल्ली-एनसीआर। 30 सितम्बर को दिल्ली-एनसीआर से एटा, फर्रूखाबाद होते हुए 01 अक्टूबर को लखनऊ। हालांकि कुछ मार्ग ऐसे भी जो बिना दिल्ली एनसीआर के है। लेकिन वह दिल्ली से भौगोलिक दूरी के कारण है। हालांकि दूसरी यात्रा के तहत 21 अगस्त को लखनऊ से आरम्भ होकर फैजाबाद, सुलतानपुर अमेठी होते हुए 22 अगस्त को लखनऊ वापस होगी। दिनांक 26 अगस्त को गोरखपुर से शुरू होकर संतकबीरनगरए बस्तीए सिद्धार्थनगर होते हुए 28अगस्त को गोरखपुर में समाप्त होगी। 30 अगस्त को गोरखपुर से शुरू होकर देवरिया, बलिया, मऊ होते हुए 1 सितम्बर को गोरखपुर में समाप्त होगी। 3 सितम्बर को वाराणसी से शुरू होकर गाजीपुर, चन्दौली होते हुए 4 सितम्बर को वाराणसी में समापन। 07 सितम्बर को लखनऊ से शुरू होकर श्रावस्ती बलरामपुर, गोण्डा होते हुए 8 सितम्बर को लखनऊ वापस होगी। 10 सितम्बर को इलाहाबाद से शुरू होकर फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट होते हुए 11 सितम्बर को इलाहाबाद में समाप्त होगी। 16 सितम्बर को लखनऊ से शुरू होकर उन्नाव, कानपुर देहात होते हुए उसी दिन सायं लखनऊ वापस होगी। 04अक्टूबर को झांसी से शुरू होकर 5अक्टूबर को ललितपुर में समापन। 8अक्टूबर को झांसी से शुरू होकर जालौन, हमीरपुर तथा 09अक्टूबर को महोबा में द्वितीय यात्रा का समापन होगा।
यात्राओं का कार्यक्रम उप्र प्रभारी उप्र गुलाम नबी आजाद ने घोषित किया है। इन यात्राओं में पहली यात्रा में गुलाम नबी आजाद को अपनी सहूलियत से रहना है। पहली यात्रा कांग्रेस की उप्र की मुख्यमंत्री पद की दावेदार शीला दीक्षित, कैम्पेन कमेटी के चेयरमैन डा. संजय सिंह सांसद, श्रीप्रकाश जायसवाल एवं डॉ. रीता बहुगुणा जोशी आदि को रहना है। जबकि दूसरी यात्रा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर, समन्वय समिति के चेयरमैन प्रमोद तिवारी सांसद, सलमान खुर्शीद, पीएल पुनिया आदि शामिल रहेंगे। इन यात्राओं के कार्यक्रम को उप्र कांग्रेस कमेटी ने बुधवार को जारी किया है।
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