चौधरी बोले: बीजेपी विधायकों के नंगानाच से मानसिकता जाहिर

Rajendra-Chaudhryलखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की विधानसभा में भाजपा विधायकों ने जो नंगनाच किया उससे यह प्रमाणित हो गया है कि उन्हें उत्तर प्रदेश के विकास और जनता की समस्याओं के हल में कतई रुचि नही है। उन्हें संसदीय मर्यादा की भी चिंता नही है। विधान सभा मण्डप में अध्यक्ष पीठ के प्रति असम्मान दिखाकर उन्होने सदन की गरिमा को तार-तार किया है। भाजपा विधायकों ने आज भी जिस तरह सदन की कार्यवाही बाधित की उससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि भाजपा की राजनीति अराजकता और अव्यवस्था फैलाने के लिए ही है।
भाजपा हताशा के बुरे दौर से गुजर रही है। राज्य विधानसभा के चुनाव सिर पर हैं लेकिन उसके संगठन के कार्यकर्ता भ्रमित हैं। भाजपा में बाहर से विरोधियों की आमद हो रही है। तिरंगा यात्रा बेअसर है। उसे कही भी जन-समर्थन नही मिला है। भाजपा हाईकमान को उत्तर प्रदेश में एक चेहरा नही मिल रहा है जिसे सीएम उम्मीदवार बनाया जा सके। इससे कुंठित भाजपा नेता और विधायक हंगामा करके लोकतंत्र का उपहास करने पर तुल गए हैं।
लोकतंत्र में जनता के मुद्दे उठाना विपक्ष का कर्तव्य बनता है पर उसके लिए निश्चित मान्यताएं और व्यवस्थांए है। संसदीय कार्य के संचालन के लिए बाकायदा प्रक्रिया नियमावली बनी हुई है। इसके दायरे में प्रश्नकाल, शून्य प्रहर और अन्य विधायी कार्य संपन्न होते हैं। भाजपा को चूँकि इससे कोई लेना देना नही है इसलिए वह सभी नियमों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी पूरे सदन में लादना चाहती है। कल और आज उसने यही किया। सदन और शहर लखनऊ की शांति व्यवस्था को बंधक बनाकर निंदनीय कार्य किया है।
भाजपा ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन के नाम पर उपद्रव और हिंसा का नग्न प्रदर्शन किया है। जनता की तकलीफों को बढ़ाया है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों पर भी हमला किया और बैरीकेडिंग तोड़ कर पुलिस पर हमला बोल दिया है। भाजपा का यह अराजक चरित्र जनता के सामने है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार ने प्रदेश को विकास की नई परियोजनांए लागू की हैं जिनसे समाज के सभी वर्ग लाभान्वित हुए हैं। भाजपा की केन्द्र में सरकार है परन्तु उसका व्यवहार सौतेलेपन का है। प्रदेश में भाजपा नेतृत्व दिशाविहीन और जनविरोधी है। वह सांप्रदायिकता का खेल खेलकर अराजकता की राजनीति करना चाहती हैं।