पर्यटकों को मिलेंगी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सुविधाएं

Agra-Lucknow-expresswayलखनऊ। यूपी के मुख्य सचिव दीपक सिंघल ने निर्देश दिये हैं कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे मार्ग के आस-पास के गांवों का सर्वे कराकर आर्थिक विकास हेतु फास्ट विजन डॉक्यूमेन्ट बनाया जाये। उन्होंने कहा कि राजमार्गों के निकट गांवों में होने वाले व्यवसाय को और अधिक विकसित करने हेतु व्यापक कार्य येाजना बनाई जाये। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को बेहतर यातायात की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को लखनऊ एवं आगरा के एयरपोर्ट, रेलवे टर्मिनल सहित मेट्रो रेल कॉरिडोर से भी जोडऩे हेतु आवश्यकतानुसार सड़क के मार्ग का निर्माण कार्य कराया जाये। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन नगरी आगरा में देशी-विदेशी पर्यटकों को अन्तर्राष्ट्रीय वायु सेवा उपलब्ध कराने तथा पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा आगरा में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की स्थापना कराये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित करा ली जायें ताकि यथाशीघ्र अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण का शिलान्यास कराने हेतु प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया जा सके।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के कार्यों की समीक्षा करते हुये दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार एक्सप्रेस-वे मार्ग के आस-पास प्रमुख नगरों यथा-उन्नाव, कानपुर, लखनऊ, कन्नौज, इटावा, फिरोजाबाद व आगरा आदि के लगभग 232 गांवों के आस-पास औद्योगिक एवं हस्तशिल्प आदि क्षेत्रों में विकास की कार्ययोजना यथाशीघ्र बनाई जाये। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के आस-पास के क्षेत्रों में आई0टी0 सिटी के विकास की प्रबल संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुये चिन्हित 04 स्थलों पर आवश्यकतानुसार कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाये।
श्री सिंघल ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा की गयी घोषणा के अनुपालन में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के मध्य लाजिस्टिक पार्क की स्थापना की कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे से आच्छादित जिले- मैनपुरी, औरेय्या, इटावा, कन्नौज, कानपुर आदि कृषि प्रधान क्षेत्रों में नवीनतम टेक्नोलॉजी से युक्त प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना कराने के साथ-साथ मण्डियों की स्थापना कराई जाये। उन्होंने एक्सप्रेस-वे के आस-पास के क्षेत्रों की एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटी, दूरी, औद्योगिक विकास की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये जनपद उन्नाव की तहसील बांगरमऊ व आगरा के कुछ ग्रामों को यूपीडा का विकास क्षेत्र घोषित किये जाने के प्रस्ताव पर आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने जिला उन्नाव की तहसील बांगरमऊ औद्योगिक, प्रौद्योगिकी फिल्म सिटी के विकास सम्बन्धी प्रस्ताव पर भी नियमानुसार तत्काल कार्यवाही कराने के निर्देश दिये।
मुख्य सचिव ने प्रदेश के 09 जनपदों- लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर से होकर गुजरने वाली समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे परियोजना हेतु आवश्यकतानुसार भूमि के लिये भू-स्वामियों की आपसी सहमति से भू-अर्जन की कार्यवाही प्राथमिकता से पूर्ण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे मार्ग में पडऩे वाले प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों यथा- बमरौली कटरा, फतेहाबाद, फिरोजाबाद, सैफई, मैनपुरी, इटावा, कन्नौज, मलिहाबाद, काकोरी की विशेषता एवं प्रसिद्धि पर आधारित कलाकृतियां एवं प्रतीक चिन्हों को भी स्थापित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकृतियों एवं प्रतीक चिन्हों को स्थापित कराने से एक्सप्रेस-वे पर स्थित ऐतिहासिक स्थलों के प्रति जन जागरूकता बढ़ेगी एवं जनपदों के विकास में स्थल की प्रसिद्धि का लाभ भी मिल सकेगा।