यूपी में पुलिसकर्मियों को तोहफा: 10 दिन काम के बाद मिलेगी छुट्टी

up policeलखनऊ। थानों से लेकर पुलिस लाइन तक जब पुलिसकर्मी जन्माष्टमी के उल्लास में डूबे थे, तो उन्हें छुट्टी के रूप में खुशी की सौगात भी मिल गयी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद अब कांस्टेबल से इंस्पेक्टर पदों तक पुलिसकर्मियों को दस दिन काम के बाद एक दिन छुट्टी मिल सकेगी।
भगवान कृष्ण का जन्म कारागार में हुआ था। इस कारण पुलिसकर्मी पूरे उल्लास के साथ जन्माष्टमी मनाते हैं। पूरे प्रदेश में पुलिस लाइन से लेकर थानों तक जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण की झांकी सजाई जाती है। गुरुवार को राजधानी लखनऊ की पुलिस लाइन में भी जन्माष्टमी समारोह पूर्वक मनायी गयी। यहां राज्यपाल राम नाईक व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहुंचे। राज्यपाल व मुख्यमंत्री के सामने पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने पुलिस कर्मियों को उनकी लंबे अर्से से चल रही मांग पूरी होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, सब इंस्पेक्टर व इंस्पेक्टर के रूप में तैनात पुलिस कर्मियों को दस दिन में एक दिन अवकाश मिला करेगा। मुख्यमंत्री को इस फैसले के लिए धन्यवाद देते हुए उन्होंने अगले सप्ताह से ही इस प्रक्रिया पर अमल की घोषणा भी की।
दरअसल पुलिसकर्मी लंबे समय से एक साप्ताहिक अवकाश की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि वे रोज 16 से 18 घंटे ड्यूटी करते हैं। छुट्टी न मिलने के कारण वे रिश्तेदारी से लेकर घर तक के जरूरी काम नहीं कर पाते हैं। इससे उनकी दिनचर्या पर तो असर पड़ता ही है, मानसिक दशा भी प्रभावित होती है। अभी तक पुलिस कर्मियों की कमी के कारण इन्हें साप्ताहिक अवकाश की मंजूरी नहीं मिल रही थी। हाल ही में पुलिस महकमे में 35 हजार रंगरूटों की भर्ती के बाद अवकाश की मुहिम एक बार फिर शुरू हुई थी। डीजीपी जावीद अहमद ने शासन को इस बाबत प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव पर अमल के लिए मुख्यमंत्री ने जन्माष्टमी का दिन चुना, तो पुलिस कर्मियों की खुशी और बढ़ गयी।
साप्ताहिक अवकाश के लिए सबसे पहले कुछ वर्ष पूर्व प्रयोग के लिए राजधानी लखनऊ के गोमती नगर थाने को चुना गया था। तब वहां सप्ताह में एक दिन छुïट्टी देने की पहल हुई थी। इसके बाद वाराणसी व गोरखपुर के एक-एक थाने में भी इसकी शुरुआत के निर्देश दिये गए, किन्तु घटनाओं में वृद्धि और पुलिस बल की कमी के कारण यह प्रयोग विस्तार नहीं ले सका।