मोदी के मन की बात: बेटियों ने रखी देश की लाज

mann-ki-baat pm modiनई दिल्ली। पीएम मोदी ने रविवार को अपने मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्म की बधाई से की। उन्होंने ध्यानचंद का उल्लेख करते हुए कहा कि कुछ दिन बाद ध्यानचंद जी के जन्मदिन पर राष्ट्रीय खेल दिवस है। मैं उनको श्रद्धांजलि देता हूं। ध्यानचंद जी के सिर पर कोलकाता में मैच के दौरान एक खिलाड़ी ने हॉकी मार दी थी। उन्होंने आखिरी 10 मिनट में 3 गोल दागकर टीम को जीत दिला दी थी। उन्होंने इस पर कहा था कि मैंने चोट का बदला गोल से लिया है। इसके बाद उन्होंने मन की बात में क्रिकेटर ब्रेडमैन की भी तारीफ की।
ओलंपिक में साक्षी मलिक, पीवी सिंधू तथा दीपा कर्माकर की सफलता पर उन्हें बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा, हमारी बेटियों ने ओलिंपिक में एक बार फिर साबित किया कि वे किसी से कम नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी बेटियों ने ओलिंपिक में एक बार फिर साबित किया कि वे किसी से कम नहीं हैं। एक बेटी दक्षिण, एक उत्तर, एक पूर्व से हैं। ऐसा लगता है कि जैसे पूरे भारत की बेटियों ने भारत के मेडल जिताने का बीड़ा उठा लिया है। पदक न मिलने के बावजूद अगर गौर से देखें तो कई विषयों में भारतीय खिलाडिय़ों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। शूटिंग में बिंद्रा और जिम्नास्टिक मे दीपा ने कमाल किया।
टेनिस में सानिया मिर्जा और बोपन्ना के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए उन्होंने एथलेटिक्स में ललिता बाबर तथा देश की महिला-पुरुष हॉकी टीमों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि अभी हमें बहुत कुछ करना है। अब तक हम जैसा करते आए हैं, वैसा ही करेंगे तो फिर निराशा होगी। इसके लिए मैंने एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी 2028 तक के ओलिंपिक के लिए रोडमैप तैयार करेगी।
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि पांच सितंबर को देश में शिक्षक दिवस मनाया जाएगा। मैं कई वर्षों से शिक्षक दिवस पर विद्यार्थियों के साथ काफी समय बिताता रहा हूं। मेरे लिए 5 सितंबर ‘शिक्षक दिवसÓ भी था और मेरे लिए ‘शिक्षा दिवसÓ भी था। लेकिन इस बार मुझे त्र-20 समिट के लिए जाना पड़ रहा है। जीवन में जितना ‘मांÓ का स्थान होता है, उतना ही शिक्षक का स्थान होता है। मैं आज पुल्लेला गोपीचंद जी को एक खिलाड़ी से अतिरिक्त एक उत्तम शिक्षक के रूप में देख रहा हूं।
पीएम ने पुलेला गोपीचंद जमकर प्रशंसा की। पीएम ने कहा कि, वह खिलाड़ी तो हैं ही एक अच्छा शिक्षक क्या होता है, उन्होंने यह भी साबित किया है। इस अवसर पर उन्होंने देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन का स्मरण करते हुए कहा कि इस 5 सितंबर उनका जन्मदिन है। देश उसे ‘शिक्षक दिवसÓ के रूप में मनाता है। वह हमेशा कहा करते थे, अच्छा शिक्षक वही होता है, जिसके भीतर का छात्र कभी मरता नहीं है।
उन्होंने अपने एक शिक्षक का उल्लेख करते हुए कहा कि मेरे एक शिक्षक 90 साल के हैं। वह आज भी मुझे हाथ से चि_ी लिखते हैं। महीने भर की किताबें और मेरे काम पर पर टिप्पणी करते हैं। वह आज भी मुझे पढ़ा रहे हैं। पीएम ने उनकी हैंडराइटिंग की भी तारीफ की।
अपने मन की बात कार्यक्रम में मोदी ने दुर्गा पूजा और गणेश उत्सव की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में गणेश उत्सव आने वाला है। गणेश जी विघ्नहर्ता हैं। गणेश उत्सव पर लोकमान्य तिलक जी की याद आती है। सार्वजनिक गणेश उत्सव उनकी ही देन है। उन्होंने इसे समाज संस्कार का पर्व बना दिया। लोकमान्य तिलक ने हमें स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है का मंत्र दिया। गणेशोत्सव से हमें इस मंत्र को उतारना चाहिए।
पीएम ने मूर्ति विसर्जन के दौरान होने वाले प्रदूषण की चर्चा की। पीएम ने कहा कि मुझे चि_ी में कहा गया कि मूर्तियों के लिए प्लास्टर ऑफ पैरिस की जगह मिट्टी का इस्तेमाल किया जाए। मेरा भी आपसे यही आग्रह है। इससे पर्यावरण की सेवा होगी। गणेश जी विघ्नहर्ता हैं। हमें ऐसे गणेश जी नहीं बनाने चाहिए जो विघ्न करें। दुर्गा पूजा में अभी समय है। हमें अभी इसे इस पर काम करना चाहिए। इससे पर्यावरण की भी रक्षा होगी।
पीएम मोदी ने मन की बात में स्वच्छ भारत अभियान पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के कबीरधाम में सवा लाख विद्यार्थियों ने माता-पिता को सामूहिक चि_ी लिखी। उन्होंने कहा कि हमारे घर में टॉयलेट होना चाहिए। इसका इतना प्रभाव हुआ कि चि_ी लिखने के एक दिन बाद ही मां-बाप ने टॉयलेट बनाने का फैसला कर लिया। भारत की एक बेटी मलम्मा ने शौचालय के लिए सत्याग्रह किया। गांव के प्रधान ने एक हफ्ते के भीतर 18 हजार रुपये का इंतजाम कर टॉयलेट बनवा दिया।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने लोगों से एक-दो मिनट की स्वच्छता पर फिल्म मांगी है। 2 अक्टूबर को विजयी को इनाम दिया जाएगा। टीवी चैनल वालों को भी इस मुहिम में आगे आना चाहिए।