रियो के चैंपियनों को सचिन का सलाम: भेंट की बीएमडब्लू

sachin tendulkarखेल डेस्क। रियो ओलंपिक में भारत का नाम रोशन करने वालीं ओलंपियन को आज क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने सम्मानित किया. हैदराबाद में हुए सम्मान समारोह में सचिन ने पहलवान साक्षी मलिक, बैंडमिंटन क्वीन पीवी सिंधु और जिमनास्ट दीपा कर्माकर को सम्मानिक किया और इनके तारीफ के पुल बांधे. इस दौरान पीवी सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद भी मंच पर मौजूद थे. रियो ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पीवी सिंधु और साक्षी मलिक की तारीफों के पुल बांधते हुए महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि यह इन दोनों के शानदार सफर की शुरुआत है.
ओलिंपिक के ऐथलीटों और पदक विजेताओं के सम्मान समारोह के दौरान सचिन ने सभी के साथ सेल्फी ली. सचिन तेंडुलकर ने ओलिंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले ऐथलीटों और पदक विजेताओं को बीएमडब्ल्यू कार की चाभी सौंपी. कार्यक्रम के दौरान साक्षी मलिक ने सचिन से कहा कि सचिन जी मेरा भाई आपका बहुत बड़ा फैन है. कृपया हमें एक फैमिली पिक्चर ले लेने दीजिएगा.
कार्यक्रम में तेंदुलकर ने कहा, ”यह भारतीय खेलों के लिये बेहतरीन क्षण है. यात्रा यहां से शुरु हुई है, मुझे पूरा भरोसा है कि यह यात्रा यहां नहीं रुकेगी, हम सभी इस यात्रा में जुडेंगे और आपका समर्थन करेंगे। आप हमें लगातार जश्न करने के कई मौके प्रदान करते रहिये। उन्होंने कहा, ”इस समय पूरा देश खुश है और लोग खुशी से झूम रहे हैं, अभी और बडी चीजें आनी बाकी हैं। रियो ओलंपिक में भारतीय टीम के सद्भावना दूत रहे तेंदुलकर ने यहां एक कार्यक्रम में रियो ओलंपिक की रजत पदकधारी शटलर सिंधु, कांस्य पदकधारी साक्षी के साथ जिमनास्ट दीपा करमाकर और बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद को बीएमडब्ल्यू कारें भेंट की. उन्होंने कहा, ”गोपीचंद आप एक शानदार आदर्श रहे हो, आप अब इससे भी बडे हो गये हो। हम सभी आपके मुरीद हो गये हैं. आप सच्चे नायक हो. हमें और पदक लाने के लिये आपके मार्गदर्शन की जरुरत है. मैं अन्य कोचों का भी शुक्रिया अदा करता हूं.
तेंदुलकर ने कहा, ”पूरे देश की तरफ से मैं कह सकता हूं कि मेरे साथ खडे इन सभी खिलाडियों ने हमारे देश को गौरवान्वित किया है. मैं खिलाडियों का समर्थन करने और उनके लिये प्रार्थना करने के लिये हर किसी का शुक्रिया अदा करता हूं. एक एथलीट यही चाहता है. उन्होंने कहा, ”तुमने खेलों की तैयारियों में काफी चीजों का बलिदान किया है, आपको कुछ चीजें खाने की अनुमति नहीं दी जाती थी, फोन बंद कर दिये जाते थे ताकि तुम ध्यान लगा सको. मैं जानता हूं, रियो के दौरान मैंने इस तरह की चीजें देखी थी. तेंदुलकर ने साक्षी और सिंधु द्वारा जीते गये पदक का जिक्र करते हुए कहा, ”हमें तुम पर गर्व है।