जेनेट येलेन के बयान के बाद भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव की आशंका

indian economyनई दिल्ली (आरएनएस)। अमेरिकी अर्थव्यवस्था में दिनोंदिन होते सुधार के मद्देनजर शुक्रवार को जैकसन होल में फेड चेयरपर्सन जेनेट येलेन ने इस ओर इशारा किया कि अब ब्याज दरें बढ़ाने के लिए अनुकूल माहौल है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला आने वाले आर्थिक आंकड़ो पर निर्भर करेगा। येलेन के बयान का असर भारतीय शेयर बाजार पर सोमवार के सत्र में दिखेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में आने वाले सत्र कुछ उतार-चढ़ाव भरे रह सकते हैं। लेकिन बाजार में कोई भी बड़ी प्रतिक्रिया ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर किसी स्पष्ट तारीख और दर का ऐलान होने के बाद ही दिखेगी। एस्कोट्र्स सिक्योरिटीज के हेड (रिसर्च) आसिफ इकबाल का मानना है कि अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी पिछले साल दिसंबर से पेंडिंग हैं। ऐसे में ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर दिए गए बयान का फिलहाल बाजार के लिए कोई बड़ा महत्व नहीं है। बाजार की नजर अब सितंबर के दूसरे हफ्ते में होने वाली की मीटिंग पर है। इकबाल का मानना है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी के ऐलान के बाद निश्चित तौर पर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से एक बड़ी बिकवाली देखने को मिल सकती है। साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर होता दिखेगा। लेकिन ब्याज दरों में बढ़ोतरी के संकेत वाले बयान पर बाजार कोई बड़ी प्रतिक्रिया नहीं देगा। वी एम फाइनेंनशियल के फंड मैनेजर विवेक मित्तल का मानना है कि प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी जिन स्तर पर कारोबार कर रहे है वहां से बाजार में एक गिरावट अपेक्षित है और बाजार इसके लिए ट्रिगर ढूंढ रहा है। ऐसे में येलेन के बयान के बाद निश्चित तौर आने वाले सत्र बाजार में उतार-चढ़ाव भरे रह सकते हैं। विवेक के मुताबिक येलेन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अर्थव्यवस्था में निश्चित तौर पर सुधार दिख रहा है लेकिन ब्याज दरों में बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था के आंकड़ो पर ही निर्भर करेगी। ऐसे में महंगाई और बेरोजगारी दर के आंकड़ों के बाद यह तय होगा कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी का सही समय क्या होगा।