डेढ़ रु. किलो बिका टमाटर

vegetableमुंबई/नाशिक (आरएनएस)। प्याज उत्पादकों के बाद अब गिरते दामों के कारण टमाटर उत्पादक किसानों की हताशा भी साफ दिखाई देने लगी है। स्थानीय कृषि उपज मंडियों में टमाटर की थोक कीमत गिरकर दो से डेढ़ रुपए प्रति किलो हो गई है। इससे निराश होकर एक किसान ने अपना दो एकड़ में फैला टमाटर का बगीचा ही उखाड़कर फेंक दिया। फसल उखाड़ फेंकने वाले किसान का नाम विश्वास क्षीरसागर है। येवला तहसील के जऊलके निवासी इस किसान ने दो लाख रुपए खर्च कर दो एकड़ में टमाटर की फसल लगाई थी। फसल की सिंचाई के लिए दो हजार रुपए प्रति टैंकर से पानी तक खरीदा। फसल पक भी गई। जब क्षीरसागर इसे बेचने के लिए लासलगांव मंडी पहुंचे तो व्यापारियों ने टमाटर की बोली 31 रुपए प्रति कैरेट लगाई। इससे नाराज क्षीरसागर ने घर वापस लौटने के बाद दो एकड़ में फैला अपना टमाटर का बगीचा परिवार के सदस्यों की मदद से उखाड़कर फेंक दिया। दो दिन पूर्व ऐसा ही आलम प्याज उत्पादक किसानों के मामले में देखने को मिला था। लासलगांव मंडी में प्याज को पांच पैसे प्रति किलो दाम मिलने से नाराज होकर एक किसान ने अपनी करीब 13 क्विंटल प्याज बेचने के बजाए खेत की मिट्टी में मिला दी थी। किसानों के अनुसार व्यापारी कभी आवक अधिक तो, कभी मांग नहीं होने का हवाला देकर किसानों को परेशान कर रहे हैं। किसान विश्वास क्षीरसागर ने कहा कि मई महीने में तहसील में भयंकर जलसंकट था। इस दौरान हमने परिवार के खर्च कम कर दो एकड़ फसल के लिए पचास हजार रुपए का पानी खरीदा। 20 हजार रुपए पौंधो के लिए खर्च किए। दवाई, बांस आदि के खर्च का हिसाब नहीं। 15 मई से 27 जून तक परिवार वालों ने दिन रात मेहनत-मजदूरी की। इसके बावजूद व्यापारियों ने मांग नहीं होने का हवाला देकर टमाटर की बोली डेढ़ रुपए किलो लगाई। यह किसानों के साथ मजाक नहीं तो और क्या है