मंदिर का राग अलापने की तैयारी में मुलायम

mulayam-PTI

लखनऊ। यूपी के विधानसभा चुनाव नजदीक है। बीजेपी राममंदिर व अयोध्या विवाद पर चुप है। चुनाव को देखते हुए प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ‘राग राम मंदिर की तान छेड़ दी है। इसी बहाने वह मुस्लिम समाज को अपने कामों की याद दिला रहें है। प्रदेश कांग्रेस का दावा है कि उसकी तैयारियों व मुसलमानों के रूख से मुलायम सिंह डरे हुए है इसलिए वे अयोध्या के जख्मों को कुरेदने में लगे है।
यह आश्चर्यजनक है कि अयोध्या विवाद से भाजपा दूर है और सपा मुखिया लगातार अपने योगदान की चर्चा कर रहें है। शुक्रवार को उन्होने कल्याण सिंह को सपा में लेने का चूक बताया, शनिवार को 1989 में अयोध्या में अपने गोली चलाने के फैसले को ठीक बताया है। मुलायम सिंह जानबूझ कर अयोध्या विवाद को उप्र की राजनीति की चर्चा के केन्द्र में लाना चाहते है। यूपी कांग्रेस ने कहा कि जाति और धर्म की राजनीति करने वालों की पोल खुल चुकी है। समाज और बिरादरी के नाम पर सत्ता में पहुंचे और अपने हित में ही लगे एक दल ने मौका मिला तो केवल परिवार को ही आगे बढ़ाया। जनता ऐसे दलों से अब 27 साल का हिसाब मांग रही है। वहीं दूसरी ओर समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर, कांग्रेस के दावे की तस्दीक करते है। उन्होने कहा कि ‘मुजफ्फरनगर दंगें के बाद से उप्र में मुस्लिम मतदाता सपा को छोडऩे का मन बना चुके है। कांग्रेस से आकर्षित है। मुलायम के पास बताने के लिए अयोध्या के अलावा और कुछ ऐसा नही है। वह एक बार फिर मुसलमानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहें है।Ó
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि मुलायम सिंह पुराने जख्मों को कुरेद कर बेवकूफ बनाने में जुटे है। 16 या 30 मौतें किसी समस्या का विकल्प नही होती। मुलायम सिंह का बयान साबित करता है कि वह लाशों पर राजनीति करते है। इसी लिए विकास के बजाए अयोध्या विवाद की चर्चा कर रहें है। शौकत का दावा है कि जमाना बदल गया है उप्र के मुसलमानों के पास सपा से बेहतर विकल्प मौजूद है।