लेखपालों पर पुलिस ने जमकर तोड़ी लाठियां

lathi chargeलखनऊ (आरएनएस)। अपनी मांगों को लेकर पिछले सप्ताह से धरने पर डटे लेखपालों नें मंगलवार को विधान सभा के घेरने के लिए हजारों की संख्या में कूच किया तो पुलिस ने उन्हें हजरतगंज चौराहे पर रोक लिया। इससे लेखपाल उग्र हो गए तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज से चौराहे पर भगदड़ मच गई। पुलिस ने काफी संघर्ष के बाद लेखपालों को लक्ष्मण मेला मैदान भेज दिया। इस दौरान चौराहे पर यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई।
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के कोषाध्यक्ष विनोद कश्यप ने बताया पूरे प्रदेश के सैकड़ों की संख्या में लेखपाल कर्मचारी मंगलवार को राजधानी में जुटे। लेखपाल 2005 से पूर्व की वेतन विसंगति दूर का पेंशन विनियमित करने, 2005 के बाद भर्ती लेखपालों को भी पेंशन के दायरे में लाये जाने सहित 6 सूत्रीय मांगों को लेकर विधान भवन घेरने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने लेखपालों पर बर्बर तरीके से लाठीचार्ज दिया। लाठीचार्ज में दर्जनों लोग घायल हो गए।
राज्य निगम कर्मचारी महासंघ के आवाह्न पर प्रदेश के सार्वजनिक क्षेत्र के निगमों और उपक्रमों के कर्मचारी मंगलवार को 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 36 निगमों के सवा लाख कर्मचारी, लखनऊ शहर में 22 निगम कार्यालयों के 55 हजार कर्मचारी हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। कर्मचारियों ने 30 अगस्त को विरोध दिवस के रूप में मनाया। उधर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं 18000 रुपए प्रतिमाह और सहायिकाओं को नौ हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय देने की भी मांग की है।
हजरतगंज में मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन के चलते गाडिय़ां घंटों जाम में फंसी रहीं। उधर से निकलने वाला हर कोई जाम में फंस रहा था। इस दौरान कई थानों की पुलिस और पीएसी मौजूद रही। प्रदर्शन के चलते एम्बुलेंस जाम में फंसी रही। काफी देर तक चले बवाल के बाद पुलिस और प्रशासन केआलाधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को काबू में करने का प्रयास किया लेकिन सभी हलकान रहे। वहीं, जाम से स्कूली बच्चे भी परेशान रहे।