हनोई (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वियतनाम दौरे की शुरुआत वहां शहीदों को श्रद्धांजलि देकर शुरु की है। भारतीय समयानुसार उन्होंने आज सुबह शहीद सैनिकों पुष्पचक्र अर्पित किए। पिछले पंद्रह वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला वियतनाम दौरा है। वह यहां पर आज वियतनाम के प्रधानमंत्री से भी मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में अहम कदम साबित होगी। इसके बाद वह चीन के लिए रवाना हो जाएंगे।
पीएम मोदी वहां जी-20 देशों की बैठक में हिस्सा लेंगे। चीन से पहले वियतनाम की इस यात्रा को काफी अहम माना जा रहा है। अपनी यात्रा से पहले पीएम मोदी ने कहा था कि आज भारत वियतनाम से रिश्तों को प्राथमिकता देता है। चीन के लिए ये कूटनीतिक इशारा है, जो दक्षिण सागर में लगातार मनमानी कर रहा है। वियतनाम और भारत के बीच ब्रह्मोस मिसाइल की खरीद-फरोख्त पर भी बातचीत हो सकती है।
गौरतलब हैै कि वियतमान और चीन के बीच दक्षिण चीन सागर को लेकर तनातनी चल रही है। 35 लाख वर्गमीटर के इलाके में फैले दक्षिण चीन सागर के नब्बे फीसदी इलाके को नौ डॉट के जरिए घेरकर चीन अपना कब्जा जताता है जहां उसकी फिलीपींस, वियतनाम, ब्रुनेई, मलेशिया और ताइवान से तनातनी है। भारत के समुद्री कारोबार का आधा से ज्यादा हिस्सा इसी रास्ते से होता है।