गणपति बप्पा के स्वागत के लिए सजे पंडाल

Happy-Ganesh-फीचर डेस्क। गणेश चतुर्थी का अवसर है और इस त्यौहार में चारों ओर भक्ति का वातावरण होता है। घर पर गणपति के आने का इंतज़ार सभी को होता है। इतना ही नहीं उनके स्वागत की तैयारियों में लोग कोई कसर नहीं छोड़ते। इस साल भी लोग बुद्धि और ज्ञान के देवता भगवान गणेश के स्वागत की तैयारियों में जुट गए हैं। बाप्पा के आगमन से हर जगह ख़ुशी की लहर है और लोग न सिर्फ अपने घरों में, बल्कि बड़े-बड़े पंडालों को सजाकर विघ्नहर्ता का इंतजार कर रहे हैं। भारत में ही नही गणेश भगवान के भक्त पूरी दुनिया में हैं। जो बप्पा को बड़ी आस्था से मानते हैं।
गणेश चतुर्थी का यह त्यौहार भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन मनाया जाता है। क्योंकि भगवान गणेश का जन्म इसी तिथि को हुआ था। और अब ये तिथि जल्द ही फिर आनेवाली है, जब एक शुभ मुहूर्त में बाप्पा लोगों के घर अपना आसन ग्रहण करेंगे। और अगले 10 दिनों के लिए वे अपना आशीर्वाद लोगों पर बरसाएंगे। कहा जाता है कि गणपति जी का जन्म मध्यकाल में हुआ था, और इसलिए उनकी स्थापना भी मध्यकाल में ही होनी चाहिए। पंडितों के अनुसार इस चतुर्थी को बेहद अच्छे संयोग बन रहे हैं। और गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त इस साल शाम 6 बजकर 54 मिनट से 5 सितंबर को रात 9 बजकर 10 मिनट तक रहेगा।
इस मुहूर्त के अनुसार आप सोमवार को सुबह से लेकर रात 9.10 के बीच में बप्पा की पूजा और स्थापना कर सकते है। ऐसा कहा जा रहा है कि सबसे अच्छा वक्त सोमवार को दिन के 11 बजे से लेकर दोपहर के 1 बजकर 38 मिनट तक रहेगा।
बता दें कि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी के 10 दिन तक गणेश उत्सव मनाया जाता है। इस दौरान विघ्नहर्ता की पूरे ह्रदय से यदि पूजा की जाए, तो वह भक्तों को उनका मन माँगा वरदान देते हैं।