कश्मीर में शांति के लिए सर्वदलीय दल रवाना

KASHMIR_BURHAN_PROTEST_नई दिल्ली। घाटी में तनाव के बीच शांति बहाली के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कश्मीर के लिए रवाना हो चुका है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कश्मीर का दौरा करेगा। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमें उम्मीद है कि समाधान का हल निकलेगा, प्रतिनिधिमंडल के दौरे से कश्मीर और देश का फायदा होगा। कश्मीर के लोगों के साथ बातचीत करने का ये अच्छा मौका है।
वहीं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल से संविधान के दायरे में जो भी बात करेगा उसके लिए हम तैयार है।
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा ने शनिवार की शाम कश्मीर के सभी प्रमुख अलगाववादी नेताओं और संगठनों को एक पत्र लिखकर उनसे राज्य में अमन बहाली में सहयोग की कामना की है। इसके साथ ही महबूबा ने कहा कि रविवार को श्रीनगर आ रहे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे का बहिष्कार करने की बजाय उनसे मिलें और बातचीत की प्रक्रिया शुरु करें।
कश्मीर दौरे से पहले शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई। बैठक में कश्मीर की मौजूदा स्थित और इसमें सुधार के लिए उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि सभी दलों ने अपने-अपने सुझाव दिए हैं और रविवार को कश्मीर दौरे के बाद एक बार फिर सर्वदलीय बैठक होगी।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, ‘हुर्रियत को भी बातचीत के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए, ताकि ये संदेश जा सके कि हम हर किसी से बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने प्रतिनिधिमंडल को यह सुझाव दिया है कि विश्वास बहाली के उपायों की तलाश होनी चाहिए और पैलेट गन पर प्रतिबंध लगना चाहिए।’ येचुरी ने कहा कि पुख्ता परिणामों के लिए पुख्ता कदम उठाने की जरूरत है।