सीएम आवास के सामने फरियादी महिला को मिली पिटाई

cm8sep1लखनऊ(आरएनएस)। सीएम के सरकारी आवास के बाहर ही खाकी की हैवानियत सामने नजर आई है। स्थानीय पुलिस से लेकर जनपद के बड़े पुलिस अधिकारियों की चौखट पर चक्कर काटने के बाद एक महिला को जब न्याय नहीं मिला तो न्याय की गुहार लगाने वह 5 कालिदास मार्ग पर सीएम के सरकारी आवास पर आत्मदाह करने पहुंच गई।
मुरादाबाद की रहने वाली महिला को यहां किसी तरह का न्याय तो नहीं मिला बल्कि सीएम आवास के बाहर सुरक्षा में तैनात महिला पुलिस कर्मियों को पीडि़त महिला का यहां पहुंचना नागवार लगा तो उन्होंने महिला को सड़क पर घसीटा और गिरा दिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। महिला रोते हुए कह रही थी कि उसे सीएम की चौखट पर न्याय तो नहीं मिला लेकिन पिटाई जरूर नसीब हुई।जानकारी के मुताबिक, मुरादाबाद के छजलैट पुरी रवाना निवासी बबिता गौतम ने बताया कि उसके पति दीपक रिक्शा चालक हैं। सालों पहले उसे जमीन का पट्टा हुआ था पर आज तक कब्जा नहीं मिला। पट्टे की जमीन पर पूर्व प्रधान ललित, विजय, प्रकाश और सोवीर ने कब्जा कर रखा है। 10 साल से मुकदमा चल रहा है। आए दिन ललित जान से मारने की धमकी देकर मारपीट करता रहता है। मुकदमा वापसी का दबाव बनाता है। कई बार पहले भी वह मुख्यमंत्री से मुलाकात करने आई पर किसी ने मिलने नहीं दिया।वह बेटी अकांक्षा, सोनी और प्राप्ति के साथ पहुंची थी। वह मुख्यमंत्री से मिलने के लिए उनके आवास के बाहर दो घंटे तक बैठी रही। इसके बाद उसने बैग से मिट्टी के तेल की बोतल निकाली और खुद पर उड़ेल लिया। यह देख सुरक्षा कर्मियों ने उसे पकड़ लिया। गौतमपल्ली थाने की महिला पुलिस कर्मियों ने उसे और उसके बच्चों को जमकर पीटा और उसको थाने उठा ले गई। महिला के मुताबिक पूर्व प्रधान और उनके परिवारीजनों ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। वह मुख्यमंत्री के पास आस लेकर आई थी।इस सम्बन्ध में गौतमपल्ली थानाध्यक्ष अरुण कुमार द्विवेदी ने बताया महिला मुख्यमंत्री से मिलने के लिए आयी थी। सुरक्षा कर्मियों ने महिला के कागज ले कर कार्यवाही का आश्वासन देकर उसका प्रार्थनापत्र अंदर भेज दिया था। सूचना पर उसे थाने ले आया गया था। पुलिस कर्मियों द्वारा महिला को पीटने की बात निराधार है। जबकि हकीकत यह है कि मीडिया कर्मियों के पास उपलब्ध वीडियो में महिला की पिटाई साफ नजर आ रही है।