कावेरी विवाद: बेंगलूरु में हिसंक वारदात

Protest in Bengaluru

बेंगलूरु। कावेरी जल विवाद को लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच विवाद हिंसक होने के बाद अब बेंगलूरु के 16 पुलिस थानों में कफ्र्यू लगा दिया गया है। हालात संभालने के लिए 15000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इससे पहले कल बेंगलूरु के राजगोपाल नगर में पुलिस फायरिंग में एक शख्स की मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को शहर के केपीएन डिपो में खड़ी 20 से अधिक बसों में आग लगा दी थी। कर्नाटक में मौजूद तमिलनाडु नंबर वाली गाडिय़ों को भी कई जगहों पर निशाना बनाया गया। राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने जयललिता को चि_ी लिखकर तमिलनाडु में कर्नाटक के लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने को भी कहा है।
उधर, मैसूर और बेंगलुरु में तमिलनाडु की गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ और आगजनी किए जाने के बाद शहर में बड़े समूहों के जमावड़े पर रोक के लिए धारा 144 लगा दी गई है। तमिलनाडु तक जाने वाली बस सेवाएं भी फिलहाल रोक दी गई हैं। देर रात पुलिस के फायरिंग में एक शख्स की मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गए हैं। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि तमिलनाडु में अपनी समकक्ष जयललिता को पत्र लिखकर वे दोनों राज्यों के बीच मैत्री कायम रखने में सहयोग करने का अनुरोध करेंगे। तमिलनाडु स्थित एक होटल पर कुछ अज्ञात लोगों ने पेट्रोल बम से हमला किया। होटल कर्नाटक के किसी व्यवसायी का बताया जा रहा है। कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि बेंगलुरु समेत कर्नाटक के उन इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है, जहां तमिल लोग बड़ी संख्या में रहते हैं।
बता दें कि दोनों राज्यों के बीच तब तनाव बढ़ गया जब पिछले हफ्ते कर्नाटक को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वह कावेरी नदी से तमिलनाडु के लिए अगले दस दिन तक रोजाना 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़े। कावेरी दोनों ही राज्यों से होकर गुजरती है। वहीं सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक की उस याचिका पर सुनवाई की जिसमें राज्य ने कहा था कि वह 15 हजार क्यूसेक पानी नहीं छोड़ पाएगा। इस पर कोर्ट ने अपने आदेश में बदलाव करते हुए कर्नाटक से 20 सितंबर तक हर दिन 12 हजार क्यूसेक पानी छोडऩे के लिए कहा है। आदेश में किए गए इस बदलाव से कर्नाटक को तो कोई राहत नहीं मिली, इसके उलट तमिलनाडु को अब और अधिक पानी मिलेगा।