सीएस का आदेश: डेंगू रोकें कमिश्नर और डीएम

dengue-feverलखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशों के अनुपालन में मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये हैं कि डेंगू रोग से प्रभावित लोगों का इलाज प्राथमिकता से सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी स्वयं प्रतिदिन अस्पतालों का निरीक्षण करने के साथ-साथ शहरों की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण अवश्य करें। उन्होंने कहा कि डेंगू से प्रभावित किसी भी व्यक्ति के इलाज में लापरवाही किसी भी स्तर पर की गयी तो क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि डेंगू रोग से बचाव हेतु आम नागरिकों को जागरूक करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार अभियान चलाया जाये। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में भी शिक्षकों द्वारा छात्रों को डेंगू रोग से बचाव हेतु जानकारी देकर जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने हेतु लार्वानाशक रसायन का छिड़काव भी व्यापक स्तर पर कराया जाये। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि सफाई एवं फागिंग का अभियान चलाने के साथ-साथ शहरों में गंदे पानी का ठहराव कतई न होने देने हेतु सार्थक प्रयास सुनिश्चित कराये जायें। उन्होंने कहा कि ब्लाक स्तर पर अंतर्विभागीय, गैर सरकारी संस्थाओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित कर आम नागरिकों को जागरूक करने हेतु वृहद प्रचार-प्रसार अभियान में उनकी भी भागीदारी सुनिश्चित करायी जाये।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में डेंगू रोग के नियंत्रण, रोकथाम एवं उपचार के सम्बन्ध विभागीय अधिकारियों की बैठक कर आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में गठित रैपिड रिस्पांस टीम को और अधिक सक्रिय कर प्रभावित रोगियों का उपचार कराया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जनपद में स्थापित डेंगू वार्ड में आवश्यकतानुसार प्रभावित मरीजों के इलाज हेतु बेडों की संख्या भी बढ़ायी जाये। उन्होंने डेंगू से प्रभावित रोगी जो निजी चिकित्सालयों में भर्ती हो रहे हैं, के सम्बन्ध में पूर्ण जानकारी प्राप्त किये जाने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये। साथ ही यह भी निर्देश दिये कि जिस प्रकार भारत सरकार द्वारा डेंगू बुखार नोटिफाइबेल कर दिया गया है, प्रदेश में भी इसे तत्काल नोटिफाईबेल करा लिया जाये। डेंगू की रोकथाम में वित्तीय संसाधनों को आड़े नहीं आने दिया जाये।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि प्रदेश में 39 स्थानों पर ब्लड सेपरेशन यूनिट (ब्लड बैंक) में डेंगू रोग से प्रभावित रोगियों के लिये प्लेटलेट्स उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 37 एस0एस0एच0 लैब स्थापित हैं, जहां पर डेंगू से प्रभावित रोगियों की नि:शुल्क जांच करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक जनपद में रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कराया जा चुका है, जनपद की प्रत्येक स्वास्थ्य इकाई ज्वर एवं संभावित डेंगू के रोगी के उपचार की सुविधा उपलब्ध है तथा गंभीर रोगियों को उच्च स्तरीय केन्द्रों पर उपचार हेतु भेजने हेतु 102 एवं 108 एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि डेंगू रोग से रोकथाम हेतु रोग का उपचार एवं नियंत्रण हेतु सक्रिय मूल्यांकन एवं अनुश्रवण प्रतिदिन कराया जा रहा है।
बैठक में सचिव बेसिक शिक्षा श्री अजय कुमार सिंह सहित सम्बन्धित विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।