मराठा क्रांति ने महाराष्ट्र में मचायी हलचल

maratha-kअहमदनगर। मराठा क्रांति मोर्चा के मौन प्रदर्शनों ने महाराष्ट्र की राजनीति गर्मा दी है। आंदोलन का औपचारिक तौर पर कोई नेता नहीं है, लेकिन समाज की एकजुटता ने राज्य में ब़ड़ी राजनीतिक पार्टियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। आकोला, नांदेड, बीड, उस्मानाबाद, औरंगाबाद, जलगांव और जालना में ऐसे ही मौन प्रदर्शन हो चुके हैं। आंदोलन पूरे राज्य में फैल रहा है।
अहमदनगर में भी भारी संख्या में समाज जन जुटे, तो पूरा नगर भगवामय दिखाई दे रहा था। शहरों में आयोजित सभाओं में 10 लाख तक लोग शामिल हो रहे हैं।
दलित अत्याचार निरोधक कानून रद्द किया जाए। आरोप है कि इस कानून का सबसे ज्यादा गलत इस्तेमाल मराठा लोगों के खिलाफ होता है।
कोपर्डी में महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के कोपर्डी गांव में 13 जुलाई को गांव की 14 वषर्षीय ल़ड़की को तीन दलित युवकों ने अगवा कर लिया था। अहमदनगर के एसपी सौरभ त्रिपाठी के मुताबिक, ल़ड़की के साथ क्रूरता से दुष्कर्म करने के बाद उसके पैर तोड़ दिए गए और गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। उसके दोनों कंधे भी अपने स्थान पर नहीं थे। शव को क्षत-विक्षत हालत में छोड़ दिया गया था। रिपोट्र्स के मुताबिक, ल़ड़की के शरीर के कई स्थान से मांस तक निकल आया था। इस घटना के बाद गांव में तनाव हो गया था। आरोपी दलित जाति के थे और घटना की शिकार लड़की मराठा जाति की थी। इसके चलते घटना ने जातीय और राजनीतिक रंग ले लिया। इस मामले में तीन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। मराठा समाज जल्द सुनवाई और दोषिषयों को फांसी की सजा की मांग कर रहा है।