इसरो की उड़ान: एक साथ आठ उपग्रह स्थापित

ISRO-HLVचेन्नई। भारत का अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी मिशन ने अपने टार्गेट को सफलतापूर्वक पूरा किया। इसरो के इस भरोसेमंद यान ने सोमवार को एक नया इतिहास रचते हुए पहली बार आठ उपग्रहों को दो अलग-अलग कक्षाओं में स्थापित किया। इनमें से पहले मौसम उपग्रह स्केटसेट-1 को सफलतापूर्वक सूर्य समकालिक कक्षा (स्स्ह्र) में स्थापित किया। शेष 7 उपग्रहों को 2.15 घंटे बाद पोलर ऑर्बिट में भेजने में भी सफलता प्राप्त की। यह इसरो का अब तक का सबसे लंबी अवधि का अभियान रहा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मुताबिक, यह पीएसएलवी का पहला मिशन है जिसके तहत उपग्रहों को दो अलग-अलग कक्षाओं में स्थापित किया गया। इन उपग्रहों में देश के मौसम उपग्रह स्कैटसैट-1 और पांच अन्य देशों के उपग्रह शामिल हैं। इनमें देश के छात्रों द्वारा बनाया गया उपग्रह प्रथम भी शामिल हैं। इन सभी उपग्रहों का कुल वजन 675 किलोग्राम है।
इसरो के इस महत्वाकांक्षी प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी35 को सोमवार सुबह 9:12 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र एसएचएआर के पहले प्रक्षेपण पैड से प्रक्षेपित किया गया। इसरो एक ही अभियान में 68 उपग्रहों को छोडऩे की तैयारी कर रहा है। इस हिसाब से यह अभियान बहुत महत्वपूर्ण है।