यूएन में दहाड़ीं सुषमा: कश्मीर भारत का अभिन्न अंग

Sushma-Swarajन्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र को संबोधित करते हुए विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और आगे भी रहेगा। इसलिए उसमें किसी को कोई शक और सुबहा नहीं रहना चाहिए।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र को संबोधित करते गरीबी, शांति और समृद्धि समेत कई बातें कही। उन्होंने कहा कि बिना शांति के दुनिया का विकास संभव नहीं है। इसके साथ ही सुषमा ने कहा कि गरीबी को मिटाना आज एक बड़ी चुनौती है।
सुषमा ने पाकिस्तान पर बड़ा हमला बोलते हुए परोक्ष तौर पर कहा कि जो देश आतंक नहीं रोक पा रहे हैं उन्हें अलग-थलग कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो खुद शीशें के घर में रह रहे हों उसे दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में आतंकवाद पर बोलते हुए सुषमा ने कहा कि आज भी कई जगहों पर लगातार हो रहे आतंकवादी हमले में मासूम मारे जा रहे हैं। आतंकी घटनाएं नहीं रूक पा रही है। ऐसे में आखिर इन आतंकियों को कौन पनाह और हथियार दे रहा है?
विदेश मंत्री ने कहा कि जो लोग आतंकी घटना नहीं रोक पा रहे हैं उन्हों वैश्विक बिरदारी से अलग-थलग कर देना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद को मानवाधिकार का बड़ा उल्लंघन बताते हुए कहा कि दोस्ती के नाम पर उड़ी और पठानकोट हमले मिले।
मानवाधिकार उल्लंघन पर बोलते हुए सुषमाने कहा कि आज ब्लूचिस्तान में निर्दोषों पर अत्याचार ढहाए जा रहे हैं। वहां पर याताना की पराकाष्ठा हो चुकी है। भारतीय विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अपने भाषण में सरकार के कामकाज की उपलब्धियां गिनाते हुए जनधन योजना की कामयाबी बताई।