बड़े मियां तो बड़े मियां: अंबानी-अडानी के बच्चे भी कमाते हैं करोड़ों

ambani-and-adaniनई दिल्ली (आरएनएस)। देश के प्रमुख कारोबारी घरानों में समूह के मुखिया लोगों की बेटे-बेटियों के वेतन-भत्तों की बात की जाए, तो वे कारोबार में कदम रखते ही करोड़ों में खेलने वाले हैं। रिलायंस उद्योग समूह के प्रमुख मुकेश अंबानी, अडाणी समूह के गौतम अडाणी, विप्रो के अजीम प्रेमजी समेत तमाम बड़े व्यवसायी घरानों के प्रमुखों ने अपनी संतानों को कारोबार में प्रवर्तक, निदेशक और अन्य निर्णायक पदों की भूमिकाएं सौंपी हैं। इनमें से कई कंपनियों ने उनकी बढ़ी हुई जिम्मेदारियों और नए कारोबारी अवसरों में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए उन्हें अच्छे वेतन की पेशकश की है।
शीर्ष भारतीय कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के औसत 20 करोड़ रुपये के सालाना वेतन के मुकाबले, नई पीढ़ी के इन युवा कारोबारियों को भले ही अभी काफी कम सालाना पारितोषिक मिल रहा है, लेकिन बावजूद इसके वे करोड़ों में खेल रहे हैं। गुजराती कारोबारी गौतम अडाणी के बेटे करन को अडाणी पोर्ट्स एवं विशेष आर्थिक क्षेत्र का मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया है और वित्त वर्ष 2015-16 के लिए उन्होंने कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया है, लेकिन कंपनी के निदेशक मंडल ने एक सितंबर 2016 से उन्हें सालाना 1.5 करोड़ रुपये वेतन लेने की अनुमति दी है। कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक के तौर पर गौतम अडाणी को 2015-16 में कुल 2.8 करोड़ रुपये का वेतन दिया गया, जबकि कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक मलय महादेविया का वेतन 10.7 करोड़ रुपये है।
वहीं रिलायंस कैपिटल के निदेशक नियुक्त किए गए अनिल अंबानी के बेटे अनमोल को कंपनी ने 10 लाख रुपये प्रतिमाह के वेतन की पेशकश की है। मुकेश अंबानी के बच्चों आकाश और ईशा के वेतन की जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी है। ये दोनों कंपनी के दूरसंचार और खुदरा कारोबार में हाथ बंटा रहे हैं। टीवीएस मोटर्स के प्रमुख वेणु श्रीनिवासन के बेटे सुदर्शन को पिछले वित्त वर्ष में 9.59 करोड़ रुपये का पैकेज मिला। इसी तरह सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी विप्रो के प्रमुख अजीम प्रेमजी के बेटे रिशद को पिछले साल 2.15 करोड़ रुपये का पारितोषिक मिला। वह विप्रो के मुख्य रणनीति अधिकारी एवं कार्यकारी निदेशक हैं। उनके पिता को इसी दौरान 2.17 करोड़ रुपये मिले, जबकि इससे एक साल पहले उन्हें 4.78 करोड़ रुपये का पैकेज मिला था।
वॉकहार्ड में चेयरमैन हबील खोराकीवाला के बेटे हुजैफा, कार्यकारी निदेशक और मुर्तजा, प्रबंध निदेशक को बराबर-बराबर करीब 1.33 करोड़ रुपये का पैकेज मिला, जबकि बेटी जहाबिया के वेतन के बारे में जानकारी नहीं है, जो समूह के अस्पतालों का कारोबार देखती हैं। इसी तरह औषधि कंपनी सिप्ला में चेयरमैन वाई. के. हामिद की रिश्तेदार समीना वजीरल्ली को 2015-16 के लिए 2.47 करोड़ रुपये का पैकेज मिला। वह कंपनी की कार्यकारी निदेशक हैं। खुदरा क्षेत्र के प्रमुख कारोबारी फ्यूचर समूह के किशोर बियानी की बेटी आश्नी को पिछले वित्त वर्ष में पूर्ण कालिक निदेशक के तौर पर 69 लाख रुपये मिले और सुजलान एनर्जी के तुलसी तांती की बेटी निधि को इसी अवधि में 25 लाख रुपये का वेतन मिला।
रिऐलिटी कंपनी डीएलएफ की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार उसके चेयरमैन के. पी. सिंह को 2015-16 में 4.37 करोड़ और उनके बेटे एवं वाइस चेयरमैन राजीव सिंह को 4.42 करोड़ रुपये का पारितोषिक मिला। इसी दौरान उनकी बेटी पिया सिंह को बतौर पूर्ण कालिक निदेशक 29.6 लाख रुपये मिले। सिंह की दूसरी बेटी रेणुका तलवार को इसी अवधि में 1.96 करोड़ रुपये का वेतन एवं पारिश्रमिक मिला।