केजरी का एलान: शहीद के परिवार को देंगे एक करोड़

kejriwalभिवानी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक रेंक एक पेंशन (ओआरओपी) योजना से असंतुष्ट होकर आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता और हर संभव मदद देने की घोषणा की है। केजरीवाल पूर्व सैनिक के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए आज यहां आये थे। उन्होंने रामकिशन की पत्नी किताबो देवी से मुलाकात की । मुख्यमंत्री ने उनसे बातचीत में कहा कि ग्रेवाल ने देश के लिये जान दी है। हम आपको और आपके परिवार को अपनी तरफ से हर संभव सहायता देंगे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी भी रामकिशन के परिजनों से मिलने तथा अंतिम संस्कार में शामिल होने यहां आये हैं। उन्होंने कल नई दिल्ली में उनके परिजनों से मुलाकात करने कोशिश की थी, जिसके दौरान उन्हें दो बार हिरासत में लिया गया था। केजरीवाल को भी कल दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये की मदद देने की घोषणा करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार रामकिशन को शहीद का दर्जा देगी। मृतक के परिवार को नौकरी दिये जाने के मुद्दे पर केजरीवाल ने मीडिया से कहा कि सरकार सब तरह की मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि ग्रेवाल की शहादत व्यर्थ नहीं जायेगी। पूरा देश इस लड़ाई को आगे बढ़ायेगा । हम केन्द्र सरकार से ओआरओपी छीनकर लेंगे। केजरीवाल ने रामकिशन की आत्महत्या के बाद कल राजधानी में राजनीतिक नेताओं तथा मृतक सैनिक के परिजनों के साथ दिल्ली पुलिस के व्यवहार की आलोचना की। यह पूछे जाने पर कि इस मुद्दे पर राजनीति की जा रही है। केजरीवाल ने कहा कि हम सैनिकों को उनके हक दिलाने के लिये राजनीति कर रहे हैं और केन्द्र सरकार से ओआरओपी दिलाकर ही दम लेंगे। मृतक सैनिक के पुत्र जसवंत ङ्क्षसह ने भी दिल्ली पुलिस के व्यवहार की आलोचना करते हुये आरोप लगाया कि उनकी बात नहीं सुनी गयी और उन्हें हिरासत में रखकर लात-घूसे मारे गये। गौरतलब है कि 70 वर्षीय सूबेदार रामकिशन ग्रेवाल ने मंगलवार की रात को जंतर-मंतर पर आत्महत्या कर ली थी । यह कदम उठाने से पहले उसने परिवारजनों से भी बातचीत की थी।
बता दें कि वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर जहर खाकर आत्महत्या करने वाले भिवानी जिले के गांव बामला निवासी रामकिशन ग्रेवाल का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ आज उनके पैतृक गांव में कर दिया गया। ग्रेवाल की अंतिम रस्मों के समय उनके रिश्तेदारों व परिचितों के मुकाबले राजनैतिक दलों के नेता अधिक थे। आज सुबह से ही बामला गांव में पूर्व सैनिक रामकिशन के अंतिम दर्शनों के लिए नेताओं की कतारें लगनी शुरू हो गई थी। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी, पूर्व सांसद श्रुति चौधरी, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, सांसद धर्मबीर, कुलदीप बिश्नोई, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस प्रभारी कमलनाथ, कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर सबसे पहले बामला पहुंचने वाले नेताओं में थे।
इसके कुछ समय बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी रामकिशन ग्रेवाल के परिजनों से मिलने बामला पहुंचे और उनके साथ दुख बंटाया। राहुल गांधी ने परिजनों के समक्ष तो केंद्र सरकार की आलोचना की, लेकिन मीडिया से कोई बात नहीं की। वहीं भिवानी रवाना होने से पहले केजरीवाल ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, जो अहंकार कांग्रेस को ले डूबा था, वही बीजेपी को भी ले डूबेगा। दिल्ली के सीएम ने यह भी कहा कि उन्हें हिरासत में लिए जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता पर पूर्व सैनिक के परिवार को हिरासत में क्यों लिया? इसी दौरान हरियाणा सरकार की तरफ से पहुंचे हरियाणा के परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार बामला पहुंचे और मृतक पूर्व सैनिक के परिजनों से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने हरियाणा सरकार की तरफ से रामकिशन ग्रेवाल का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किए जाने का ऐलान किया। रामकिशन के पैतृक गांव में अंतिम रस्मों व अंतिम यात्रा के बाद गांव के ही शमशानघाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया।