रिलायंस जियो ने एयरटेल पर लाइसेंस करार के उल्लंघन का आरोप लगाया

Reliance-jioबिजनेस डेस्क (आरएनएस)। मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो ने दूरसंचार क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारती एयरटेल पर लाइसेंस करार के उल्लंघन का आरोप लगाया. जियो ने कहा कि एयरटेल बजाय दोतरफा नोड्स के सिर्फ एकतरफा पॉइंट का इंटरकनेक्ट (पीओआई) उपलब्ध करा रही है.
इससे कुछ घंटे पहले एयरटेल ने कहा था कि उसने रिलायंस जियो को 7,000 से अधिक अतिरिक्त पीओआई उपलब्ध कराए हैं. जियो ने आरोप लगाया कि एयरटेल द्वारा पर्याप्त पीओआई उपलब्ध नहीं कराने की वजह से उसे और एयरटेल के नेटवर्क के बीच 4.6 करोड़ कॉल्स विफल हुई हैं. जियो ने उम्मीद जताई कि अब एयरटेल ने अतिरिक्त पीओआई उपलब्ध कराने की सहमति दी है जिससे स्थिति सुधरेगी.
जियो को 17,000 पीओआई उपलब्ध कराए गये : एयरटेल
वहीं एयरटेल ने कहा कि उसने रिलायंस जियो को 17,000 इंटरकनेक्ट पॉइंट (पीओआई) उपलब्ध कराए हैं, जो 7.5 करोड़ ग्राहकों के लिए पर्याप्त हैं. इसके साथ दूरसंचार ऑपरेटर ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से कॉल असंतुलन की समीक्षा को कहा है क्योंकि इससे उपभोक्ताओं को खराब अनुभव हो सकता है और नेटवर्क में परेशानी आ सकती है.
उल्लेखनीय है कि ट्राई ने कुछ दिन पहले एयरटेल पर नए ऑपरेटर रिलायंस जियो को नेटवर्क कनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं कराने के लिए 1,050 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने की सिफारिश की है. एयरटेल ने कहा कि उसने रिलायंस जियो को 7,000 अतिरिक्त पीओआई उपलब्ध कराए हैं जिसे उसे तेजी से परिचालन में लाना चाहिए.
एक बयान में एयरटेल ने कहा कि उसने रिलायंस जियो को 7,000 अतिरिक्त पीओआई उपलब्ध कराए हैं. इस तरह वह अब तक जियो को 17,000 पीओआई उपलब्ध करा चुकी है जो 7.5 करोड़ ग्राहकों के लिए पर्याप्त हैं. कंपनी ने कहा कि जियो ने उसे पहले ही 10 करोड़ ग्राहकों की भविष्य की जरूरत के बारे में बताया है. जब भी वह अपने मौजूदा ग्राहक आधार को बढ़ाएगी, हम समय से पहले उसे विस्तारित क्षमता उपलब्ध कराएंगे.