राजनाथ बोले: नोट बांटने वालों को लगा झटका

rajnath singhलखनऊ (जेएनएन)। काले धन पर रोक लगाने से राजनीति में पारदर्शिता आएगी। राजनीति में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए यह कदम जरूरी था। केंद्र सरकार ने यह निर्णय जल्दबाजी में नहीं लिया बल्कि काफी सोच-समझकर पूरी तैयारी के साथ लिया है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में विवि में आयोजित एक कार्यक्रम में मजबूती के साथ यह बात रखी।
राजनाथ ने लखनऊ विश्वविद्यालय में 69वीं ऑल इंडिया कॉमर्स कांफ्रेंस के उद्घाटन समारोह में कहा कि शराब व नोट बांटकर वोट हासिल करने वालों को तगड़ा झटका लगेगा। राजनीति सिर्फ सरकार बनाने के लिए ही नहीं की जानी चाहिए बल्कि समाज व देश को बनाने के लिए की जानी चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी ने राजनीति को सही अर्थों में स्थापित करने की कोशिश की है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि 500 रुपये व एक हजार रुपये के नोट बंद होने से कई लोग दिवालिया हो गए। इससे देश में अमीरों व गरीबों के बीच की खाई कम होगी। इस फैसले से देश ही नहीं पूरे विश्व के लोग चौंक गए। सर्वाधिक खामियाजा भ्रष्टाचार कर धन बटोरने वालों को हुआ है। देश में ईमानदार व गरीब लोग बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी सहित केंद्र सरकार के किसी भी मंत्री पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है। काले धन पर बनाई गई एसआइटी अपना काम तेजी से कर रही है। वर्ष 2014 में पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद भारत तेजी से आर्थिक विकास कर रहा है। आज भारत 7.9 प्रतिशत जीडीपी के साथ तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। आगे आने वाले वर्षों में जीडीपी दो अंकों में होगी। वर्ष 2015-16 में पूरे विश्व में भारत ऐसा देश है जहां रिकार्ड 52 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ। मुद्रा बैंक के माध्यम से तीन करोड़ 48 लाख लोगों को एक लाख 32 हजार करोड़ का लोन दिया गया। ऐसे में भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। मैन्युफैक्चङ्क्षरग सेक्टर का अभी जीडीपी में 14 प्रतिशत योगदान है, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे 25 प्रतिशत करने का लक्ष्य किया है। भारत गांव में बसता है और वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य भी रखा गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कई राज्यों ने अच्छे ढंग से लागू की है। ई ऑक्शन से दो लाख करोड़ का फायदा हुआ है। भारत अब ट्रेड सरप्लस की ओर बढ़ेगा और भारतीय अर्थव्यवस्था का भविष्य उज्ज्वल है।