पुराने नोट की बदली का खेल, एक्सचेंजर में ऑफर कर रहे इंट्रेस्ट

Indian_Currency_011मुंबई (आरएनएस)। रद्द घोषित किए जा चुके 500 और 1000 के करंसी नोटों को बैंकों से बाहर बदलने पर शुरू में 50 पर्सेंट तक पैसा काटकर नए नोट या कम वैल्यू के नोट देने की खबरें आ रही थीं। हालांकि अब नोटबदली करने वाले ऑफर देने लगे हैं कि अगर रद्द नोट देने वाला अपना पैसा एक साल या इससे ज्यादा समय तक के लिए लॉक कर दें यानी वापस न मांगे तो उसे बाद में ब्याज सहित रकम लौटाई जाएगी।
कुछ ही हफ्तों में नाटकीय रूप से बदली इस पिक्चर का यह मतलब भी हो सकता है कि अवैध रकम रखने वाले लोगों को या तो अपना पैसा वाइट करने के दूसरे तरीके मिल गए हैं या उन्होंने सरकार की दूसरी इनकम डिक्लेयरेशन स्कीम का इस्तेमाल करने का मन बना लिया है। ईटी ने यह मसला समझने के लिए कई कारोबारियों, बिल्डरों और नेताओं से बातचीत की और पाया कि 8 नवंबर की घोषणा के बाद रद्द हुए इन हाई वैल्यू नोटों पर जो ऊंचा प्रीमियम था, वह अब खत्म हो चुका है। पीएम नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को नोटबंदी का ऐलान करते हुए कहा था कि 500 और 1000 रुपये के नोट अब कागज के टुकड़े हो जाएंगे।
उदाहरण के लिए, 8 नवंबर के अगले दिन लोगों ने अपनी ब्लैक मनी को वाइट करने के कई तरीके आजमाए। इस ट्रेड में शामिल लोगों ने उनसे ऊंचा प्रीमियम वसूला। यहां तक कि 50 पर्सेंट तक रकम काटकर लौटाई गई। यह पर्सेंटेज धीरे-धीरे 30 पर्सेंट, 20 पर्सेंट और फिर एक सप्ताह पहले 10 पर्सेंट पर आ गया था। पिछले कुछ दिनों में हालांकि मामला पलट गया है। अब अगर किसी के पास एक करोड़ रुपये का कैश रद्द नोटों में हो तो लोग उसे लेकर सालभर बाद 6-8 पर्सेंट तक इंट्रेस्ट देने को तैयार हैं। इस ट्रेड में शामिल एक शख्स ने कहा, एकमात्र पेच यह है कि आपको पैसा एक साल के लिए लॉक करना होगा। कुछ दिनों पहले तक 6 पर्सेंट इंट्रेस्ट ऑफर किया जा रहा था, अब यह 8 पर्सेंट तक पहुंच गया है।
एक इकनॉमिक ऐनालिस्ट ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा, ब्लैक मनी के एक्सचेंज पर प्रीमियम घटने और अब ब्लैक मनी इनवेस्ट करने पर इंट्रेस्ट ऑफर किए जाने का एक मतलब यह है कि हो सकता है कि यह ब्लैक मनी हमारे सिस्टम में आसानी से जगह बना रही है।