नई करेंसी का रिकॉर्ड रखे बैंक

new-curनई दिल्ली (आरएनएस)। आयकर विभाग और अन्य विधि प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा बड़े पैमाने पर ऊंचे मूल्य के नोट जब्त किए जाने के मद्देनजर रिजर्व बैंक ने बैंकों को नए नोटों का रिकॉर्ड रखने का निर्देश जारी किया है।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि यह महसूस किया जा रहा है कि करेंसी चेस्ट द्वारा जारी इन नोटों का रिकॉर्ड रखने के लिए उचित प्रणाली होनी चाहिए। इसी के मद्देनजर बैंकों को सलाह दी जाती है कि वे करेंसी चेस्ट के स्तर तथा शाखा स्तर पर उंचे मूल्य के नोटों का रिकॉर्ड रखें। दिन के अंत में जारी किए गए नोटों के रिकॉर्ड पर संयुक्त कस्टोडियन और शाखा प्रबंधक द्वारा दस्तखत किए जाएं।
पुराने नोटो का मांगा हिसाब
इससे पहले वित्त मंत्रालय ने पहले पुराने नोटों का मांगा हिसाब मांगा है।इस संबंध में कुछ दिन पहले वित्त मंत्री अरुण जेतली ने बैंकों से नए-पुराने सभी नोटों का बारीकी से हिसाब रखने के निर्देश दिए थे। लिखित निर्देशों में कहा गया था कि पुराने नोटों के बदले में नए नोटों का पूरा हिसाब रखा जाना चाहिए। इन सब का प्रतिदिन हिसाब रखा जाना चाहिए। गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद से बड़ी संख्या में नए नोट भी पकड़े जा रहे हैं। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर किस बैंक से और कैसे इतनी बड़ी संख्या में नोटों की अदला-बदली हो रही है।
बैंकों में वापस आए 12.44 लाख करोड़
भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) के डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे नोटों को अपने पर जमा करने के बजाए उसका खुले रूप से उपयोग करें। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आर.बी.आई. ने कहा, श्हम यह कहना चाहेंगे कि नोटबंदी की प्रक्रिया के शुरू होने के साथ ही बैंककर्मियों ने अच्छा काम किया है, अधिकांश को सराहना मिली है। आर.बी.आई. ने कहा कि विभिन्न बैंक ब्रांचों में कुछ ट्रांजैक्शन की खबर मीडिया में आई थी, जिसमें बैंककर्मियों पर आरोप था। गड़बडिय़ां पैदा करने वालों पर हमारी नजर बनी हुई है। बैंकों में 12.44 लाख करोड़ रुपए वापिस आए। बैंकों से 4.61 लाख करोड़ रुपए निकाले गए। आरबीआई ने यह 10 दिसंबर तक का आंकड़ा दिया है। कालाधन सफेद करने पर आरबीआई का निर्देश, बैंकों को सचेत रहने को कहा।