नोएडा और दिल्ली के बीच की दूरी को और घटाना चाहती है यूपी सरकार

up govtनोएडा (आरएनएस)। कुछ सालों बाद नोएडा ही नहीं, ग्रेटर नोएडा से भी दिल्ली की दूरी घट जाएगी। इसके पीछे बड़ी वजह यह है कि दिल्ली की तर्ज पर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी मेट्रो का जाल बिछाए जाने को उत्तर प्रदेश सरकार खास ध्यान दे रही है। नोएडा से ग्रेटर नोएडा रूट पर एक नया मेट्रो कॉरिडोर बनाने की योजना इसी कवायद का हिस्सा है। सेक्टर-71 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के नॉलेज पार्क-5 तक जाने वाले कुल 14.958 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर करीब 2668.16 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 2020-21 तक इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके बाद रोजाना करीब 1.23 लाख लोग इस रूट की मेट्रो से सफर करेंगे। ग्रेटर नोएडा वेस्ट (नोएडा एक्सटेंशन) में तेजी से बसावट को ध्यान में रखते हुए 2020-21 तक यहां मेट्रो चलाने की योजना बनाई गई है। वहीं नोएडा के सेक्टर-71 से ग्रेटर नोएडा जाने वाली मेट्रो की एक्वा लाइन का संचालन दिसंबर 2017 में शुरू किया जाना प्रस्तावित है। अधिकारियों के मुताबिक, लोगों की सुविधा और एक रूट पर ज्यादा भीड़ से बचने के लिए वैकल्पिक मेट्रो की योजना तैयार की गई है। एक्वा लाइन पर नोएडा से ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट जाने वाली दोनों मेट्रो का जंक्शन सेक्टर-71 में होगा। करीब 15 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक पर कुल 9 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इनमें से सेक्टर-122 और 123 नोएडा में होंगे, जबकि ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-4, ईकोटेक-12, सेक्टर-2, सेक्टर-3, सेक्टर-10, सेक्टर-12 और नॉलेज पार्क-5 होंगे। नॉलेज पार्क-5 स्टेशन के पास मेट्रो यार्ड बनाया जाएगा। इस लाइन के शुरू होने के बाद रोजाना 1.23 लाख मुसाफिर मेट्रो का इस्तेमाल करेंगे, लिहाजा यहां भी शुरुआत में 4 कोच वाली मेट्रो चलाने की योजना है।