नागपुर जेल: फांसी पर लटकने वाला 22वां कैदी होगा याकूब

yakub1
मुम्बई। बम ब्लास्ट के साजिशकर्ता याकूब मेमन की फांसी की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे फांसी को लेकर जहां बयानबाजी तेज होती जा रही है वहीं नागपुर जेल के बारे में भी दिलचस्प बातें भी सामने आ रही है। याकूब को इस जेल में फांसी हुई तो वह ये सजा पाने वाला 22वां कैदी होगा।
माना जा रहा है कि अगर याकूब को फांसी मिलती है, तो नागपुर सेंट्रल जेल में करीब 42 साल किसी कैदी को फांसी दी जाएगी। आजादी के बाद से अब तक महाराष्ट्र में कुल 56 कैदियों को फांसी दी गई। इनमें से कुछ को नागपुर जेल में तो कुछ को पूना की यरवदा जेल में मौत के फंदे पर लटकाया गया है। नागपुर जेल में आखिरी बार 17 अप्रैल 1973 को मोरीराम शाद्याजी गोडान को फांसी दी गई थी। नागपुर जेल में अब तक कुल 21 लोगों को फांसी दी जा चुकी है।
नागपुर जेल में 65 साल पहले पहली बार 25 अगस्त 1950 को पांथेयादी नंदल को फांसी के फंदे पर लटकाया गया था। जबकि महाराष्ट्र राज्य में आखिरी बार 21 नवंबर 2012 को अजमल आमिर कसाब को फांसी के फंदे पर लटकाया गया था. 26/11 मुंबई आतंकी हमले का वह एक मात्र जिंदा आतंकी था। उसे यरवदा जेल में फांसी हुई थी।