चुनावी घमासान: राजा, रानियां और अमेठी

amita and garimaआशुतोष मिश्र, अमेठी। विधान सभा चुनाव को लेकर अमेठी राजघराने में चल रही रार और भी तेज होती नजऱ रही है। बीजेपी ने जहां गरिमा सिंह को टिकट देकर चुनाव में उतरा है वहीं संजय सिंह की दूसरी पत्नी अमिता सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी। टिकट मिलने के बाद संजय सिंह की दोनों पत्नियां चुनावी मैदान में आमने सामने चुनाव लड़ेंगी।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के बाद अमेठी की सीट सपा के खाते में आ गई है। समाजवादी पार्टी में यहां से गायत्री प्रसाद प्रजापति को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं अमेठी से तीन बार विधायक रह चुकी अमिता सिंह ने ऐलान कर दिया था कि वे अमेठी से ही चुनाव लड़ेगी। इसके लिए उन्होंने पिछले डेढ़ साल से ही कमर कस ली थी।
आपको बता दें की इससे पहले संजय सिंह ने बीजेपी के टिकट से कांग्रेस से कैप्टन शर्मा के खिलाफ चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। इसके बाद वे कांग्रेस की सोनिया गांधी के खिलाफ लड़े थे। संजय सिंह इसके बाद बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। इसके बाद बाद अब बीजेपी ने अब गरिमा सिंह को टिकट दिया है। गरिमा सिंह 2017 के चुनाव में अमिता सिंह को टक्कर देंगी।
विधानसभा चुनाव 2002 में रियासत की ओर से बीजेपी के टिकट पर आई कन्डिडेट को अमेठी के वोटर्स ने 55949 वोट किए और जीता कर भेजा। वहीं 2007 में कांग्रेस के बैनर तले आने पर भी उन्हें 48108 वोट किया और जिताया। लेकिन दो बार जीत दर्ज़ कराने के बाद भी अमेठी के वोटर्स का भला नहीं हो सका, कन्डिडेट पर रियासत का खुमार चढ़ा रहा। नतीजतन 2012 में वोटर्स ने दो चुनावों की कसर उतारा, 49674 वोट में रियासती कन्डिडेट सिमट कर रह गया। वोटर्स ने प्रजा में से चुनकर उसे उस गद्दी पर बिठाया जहां कभी रियासत का नुमाइंदा बैठा करता था। सूत्रों की मानें तो एक बार फिर पूर्व मंत्री अमिता सिंह अमेठी में एक्टिव हैं पर जैसा कहा जा रहा है कि दूसरे दल से परिवार का व्यक्ति बिगुल बजा सकता है। अगर ये हुआ तो 2012 वाली स्थित फिर से दोहरा सकती है।