ओवैसी की आगरा रैली पर सस्पेंस: खेल बिगाडऩे की तैयारी

ovaisiआगरा। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ताजनगरी में रैली के लिए शासन और प्रशासन से अनुमति मांग रहे थे। सत्ता और प्रशासन ने ओवैसी की रैली के लिए इजाजत नहीं दी। ओवैसी की पार्टी के पदाधिकारी भी रैली के लिए इजाजत मांगते रहे। कोठी मीना बाजार के मैदान में ओवैसी की रैली शनिवार को प्रस्तावित हैं। अभी तक इजाजत नहीं मिलने के बावजूद प्रत्याशियों ने रैली की तैयारियां तेज कर दी हैं। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में ओवैसी के प्रत्याशी मायावती और अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।
ओवैसी की रैली आगरा में होती है, तो यहां भारी भीड़ होने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं। ब्रज में ओवैसी ने मुस्लिमों पर भरोसा जताया है। आगरा की मुस्लिम बाहुल्य सीट दक्षिण विधानसभा पर ओवैसी ने जिलाध्यक्ष इदरीश अली को प्रत्याशी बनाया है। वहीं अलीगढ़, बरेली भी मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में हैं। ओवैसी ने सुहाग नगरी से भी मुस्लिम प्रत्याशी बाबर को टिकट दिया है। यदि ओवैसी की रैली होती है, तो मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर ओवैसी की पार्टी सपा, कांग्रेस और बसपा का गणित बिगाड़ सकती है।
ओवैसी की नजर यूपी में कांग्रेस और सपा के गठबंधन पर है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जो मुस्लिम बसपा में बंट रहा था। अब सपा के साथ कांग्रेस गठजोड़ में वही मुस्लिम पार्टी के लिए वोट करेगा, लेकिन यूपी में यदि ओवैसी की रैलियां होती है, तो मुस्लिम वोटरों को अपनी ओर खींचने में ओवैसी कामयाब हो सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि शायद इसी कारण सपा सरकार ने यूपी में ओवैसी की रैलियों के लिए परमीशन नहीं दी है।
असदुद्दीन ओवैसी आगरा के कोठी मीना बाजार के मैदान में 28 को प्रस्तावित रैली करेंगे। ये वहीं मैदान है, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रैली की थी। गौरतलब है कि पीएम मोदी की रैली में यहां रिकॉर्ड भीड़ जुटी थी। ये भीड़ तब जुटी थी, जब नोटबंदी चरम पर चल रही थी। अब ओवैसी की रैली भी इसी मैदान पर प्रस्तावित है। एआईएमआईएम के आगरा जिलाध्यक्ष इदरीश अली ने बताया कि लोगों को रैली में आने के लिए निमंत्रण दे दिया गया है। रैली की तैयारियां पूरी कर ली गई है। कुछ एक जरूरतों को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इस रैली में अच्छी खासी भीड़ जुटेगी।