लखनऊ। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज पार्टी का मेनीफेस्टो घोषित किया है, जिसपर मायावती ने जोरदार हमला किया। साथ ही बसपा के घोषणापत्र पर भी मायावती ने बड़ा खुलासा किया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भाजपा को मेनिफेस्टो जारी करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। भाजपा ने गरीबों से किया हुआ वादा कभी नहीं निभाया है। कालाधन भी अभी तक वापस नहीं आया है। मायावती ने भाजपा को पहले पुराने वादों को पूरा करने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि भाजपा ने आधे से भी कम वादों को ही पूरा किया है। भाजपा पहले उन वादों को पूरा करे जो लोकसभा चुनाव में जनता से किये थे। फ्री आवास देने का वादा भी झूठा साबित ही हुआ है।
बसपा सुप्रीमो ने बीजेपी को नाटकबाज करार देते हुए कहा कि भाजपा ने नाटकबाजी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पीएम मोदी की भाजपा ने जनता को हमेशा गुमराह करने का काम किया है। इनके सभी वादे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। जनता को सचेत करते हुए उन्होंने कहा कि खोखले चुनावी घोषणापत्र से जनता को सावधान रहना होगा। अन्यथा बाद में पछताने के सिवा कुछ नही बचेगा। अगर ये लोग सत्ता पर काबिज हो गए तो यूपी को बर्बाद कर देंगे। बीजेपी आरक्षण विरोधी मानसिकता वाली पार्टी है। नोटबंदी से जनता परेशान है लेकिन इनको कोई फर्क नहीं पड़ा है।
मायावती ने कहा कि आजादी के बाद सरकारों ने एक से बढ़कर एक घोषणापत्र जारी किये, लेकिन सत्ता में आने के बाद इन घोषणाओं को रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाता है। इन्हीं कारणों से जनता में विश्वास ख़त्म हो जाता है और इसलिए बसपा कोई घोषणापत्र जारी नहीं करेगी। लोक कल्याण कार्यों में भागीदारी बढ़ाते हुए बसपा आगे बढ़ेगी। बसपा ने लोगों का विश्वास जीतने का काम किया है। बसपा अपनी नीति पर कायम रहते हुए चुनाव लड़ेगी। समाज के विभिन्न वर्गों में बसपा की अच्छी पकड़ है। बसपा कोई जातिवादी पार्टी नहीं है वो सबको साथ लेकर चलेगी। चुनावी रैली में सभी मुद्दों को जनता के सामने रखा जायेगा।