अखिलेश ने बदला नारा: 2019 पर टिकी निगाहें

akhilesh-yadav6लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद समाजवादी पार्टी ने सबसे पहले अपना पुराना स्लोगन चेंज किया है। समाजवादी पार्टी ने पुराना नारा काम बोलता है को बदलकर नया स्लोगन तैयार किया है। सपा का अब नया नारा होगा- आपकी साइकिल सदा चलेगी आपके नाम से,फिर प्रदेश का दिल जीतेंगे हम मिलकर अपने काम से। चुनाव में सपा की हार के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं लेकिन सपा को चुनाव में सबसे ज्यादा नुकसान अंदरुनी कलह से हुआ। चुनाव से पहले पूरी समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव और शिवपाल यादव खेमे में बंट गई। खुद मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल यादव और छोटी बहु अपर्णा यादव के लिए चुनाव प्रचार किया। जसवंतनगर सीट से शिवपाल यादव तो जीत गए लेकिन लखनऊ कैंट से अपर्णा हार गईं। अखिलेश यादव ने माना है कि विधानसभा चुनाव में हार की बड़ी वजह, उनके वो बेहद करीबी लोग थे, जिन्होंने जमीनी हकीकत से उन्हें दूर रखा। पार्टी नेताओं के साथ बैठक के दौरान अखिलेश ने कहा, मेरे बेहद करीबियों ने मुझे धोखा दिया, वे बताते कुछ और थे और जमीन पर हकीकत कुछ और ही थी। समाजवादी रहे अति पिछड़ों को साथ जोडऩे में कमी रह गई. अखिलेश ने कहा, हार के कारणों की गहराई से समीक्षा हो रही है। दरअसल विधानसभा की 403 सीटों में से सपा को केवल 47 सीटें हासिल हुई है। वहीं डेढ दशक से सत्ता की वनबास काट रही बीजेपी सहयोगी दलों के साथ 325 सीटों प्राप्त कर सरकार बनाने में सफल रही। हार के बाद समाजवार्टी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने रविवार को समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस बैठक में कई पहलुओं पर चर्चा हुई। हालांकि मुलायम सिंह और शिवपाल यादव समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी में भितरघात करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है और उनपर कार्रवाई भी की जाएगी। समय रहते अगर सच्चाई बताई होती तो चुनाव के नतीजे कुछ और होते। इस बीच कयास लगाए जा रहे हैं अखिलेश यादव सपा के सुप्रीमो के पद से हट जाएंगे। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि 30 सितंबर से पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कर लिया जाएगा।