मार्च में ही मई का एहसास: कई राज्यों में पारा गरम

sumerनई दिल्ली। गर्मी अभी शुरू ही हुई हैं कि देश के पश्चिमोत्तर, पश्चिम, मध्य और उत्तरी हिस्से के नौ राज्यों में तेज लू का प्रकोप शुरू हो चुका है और अधिकतम तापमान गुरुवार को 40 डिग्री सेल्सियस की सीमा लांघ गया। सोमवार के बाद से लू की चपेट में आने वाले राज्यों की संख्या तीन से बढ़कर नौ हो गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, गुजरात और महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों में लू का आगमन हो चुका है। राजस्थान के पश्चिमी और पूर्वी इलाकों में हालात अभी से गंभीर की श्रेणी में आ गए हैं। बाड़मेर, जैसलमेर और सीकर में लू का प्रकोप सर्वाधिक है और यहां अधिकतम तापमान 43 से 44.4 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच चुका है। मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक इन राज्यों के दूरदराज के निर्जन इलाकों में लू सर्वाधिक तीखी है। इन क्षेत्रों में इसकी तीव्रता सामान्य से प्रचंड के बीच है, जिसके अगले कुछ दिनों तक बने रहने के आसार है।
मौसम के मौजूदा रुख के अनुसार, महाराष्ट्र के नागपुर में एक अप्रैल तक अधिकतम तापमान के 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने का अनुमान है, जो इस समय 42 डिग्री है। गुजरात के अमरेली में अधिकतम तापमान 43 डिग्री, मध्य प्रदेश में ग्वालियर में 41.6 डिग्री और उत्तर प्रदेश के झांसी में 42.1 डिग्री पहुंच चुका है।
महाराष्ट्र का मध्यवर्ती हिस्सा और पूर्वी विदर्भ का इलाका सर्वाधिक प्रभावित है। यहां अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच चुका है, जबकि न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विश्लेषकों ने आशंका जताई है कि अगले कुछ ही दिनों में दिल्ली भी लू की चपेट में आ जाएगा। निजी मौसम विश्लेषक एजेंसी स्काईमेट के निदेशक महेश पालावत के मुताबिक दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से छह डिग्री अधिक है। मौसम के मौजूदा रुख को देखें तो कहा जा सकता है कि अगले कुछ ही दिनों में दिल्ली में भी लू चलने लगेगी।
पालावत ने अनुमान व्यक्त किया है कि पांच अप्रैल तक हरियाणा और पंजाब में मानसून पूर्व की हल्की बारिश हो सकती है, जिससे अस्थायी राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि अप्रैल का महीना सर्वाधिक गर्म होगा। मानसून पूर्व की बारिश से राहत तो मिलेगी, लेकिन यह अस्थायी होगी। मई के महीने में भी कुछ हद तक राहत रहेगी।