गोरखपुर में बाढ़ से हाहाकार: सैकड़ों गांव ने ली जल समाधि

 

लखनऊ। गोरखपुर में बाढ़ का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। रोजना कोई एक बांध टूट रहा है। झंगहा-बोहरा बांध और बिनहा रिंग बांध भी टूट गया। इससे करीब 400 गांव में पानी घुस गया है। गोरखपुर में ही रेलवे पुल के पास मिट्टी बैठ गई है। इस कारण गोरखपुर-बढऩी रूट पर ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया है। गोरखपुर में खनहा बांध टूटने से रोहिन का पानी शहर के उत्तरी इलाके राजेंद्रनगर पश्चिमी से बरगदवा होते हुए कालोनियों में पहुंच गया। राप्ती का पानी बढ़ता ही जा रहा है। वह एक सेंटीमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से बढ़ रही है। इससे लोगों की चिंता और डर और बढ़ रहा है। शनिवार पूरी रात लोगों ने तरह-तरह की आशंकाओं के बीच काटी। चौरीचौरा क्षेत्र में नई बाजार में भी बांध कट गया है। कई गांवों में पानी घुसने से परेशानी बढ़ती जा रही है। कसिहार के पास बंधे में रिसाव होने के कारण बड़ी गाडिय़ों की आवाजाही रोक दी गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वाराणसी और लखीमपुर से 20 नावें और स्टीमर मंगाए गए हैं। एनडीआरएफ के 30 और जवान गोरखपुर पहुंच चुके हैं। प्रशासन ने आसपास के अन्य जिलों से भी मदद मांगी है। रेलवे ने गोरखपुर से जगतबेला तक ऐतिहातन पेट्रोलिंग शुरू करा दी है। गोरखपुर-बस्ती मंडल में बाढ़ से हालात अब बेकाबू होते जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में चार लोगों की मौत हो गई है। गोरखपुर जिले में सवा लाख लोग संकट में हैं। उनकी मदद के लिए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। एयरफोर्स की हेलीकॉप्टर टीम गुरुवार से ही मदद में लग गई है। सोनौली रोड पर शुक्रवार को भी रोडवेज बसें नहीं चलीं। वहीं मानीराम-पीपीगंज रेल मार्ग पर पानी लग गया है।