लोहानी का एलान: अफसर करें छह दिन काम

 

नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने ऐलान किया है कि रेलवे के शीर्ष अधिकारी अब सप्ताह में पांच के बजाय छह दिन काम करेंगे। साथ ही बड़े से बड़े अफसर की अगवानी में कोई भी अधिकारी न तो जाएगा और न ही उन्हें बुके और गुलदस्ता भेंट करेगा।
पदभार ग्रहण करने के बाद ही चेयरमैन के इस निर्देश की जानकारी रेलवे अफसरों के सीयूजी नंबर और व्हाट्सअप पर भेज दी गई है। इस संबंध में अफसरों ने तर्क दिया कि अश्विनी लोहानी अपने डीआरएम कार्यकाल में भी अलग मिजाज से काम करते थे और वह विभागीय कर्मचारियों और अधिकारियों के हमेशा हितैषी रहे हैं। रेलवे विभाग को छोड़ दूसरे में जाने के पीछे उनका स्वाभिमान जुड़ा था। अभी तक कुछ अफसरों को छोड़ बाकी सभी अधिकारी सप्ताह में पांच दिन ही काम करते थे। साथ ही शीर्ष अधिकारी के आने पर स्थानीय अधिकारी उन्हें रिसीव करने जाते थे। स्टेशन अधीक्षक को ही बड़े अफसरों को रिसीव करने के लिए अधिकृत किया गया है। सीपीआरओ जीके बंसल ने फैसले की पुष्टि करते हुए बताया कि इस आशय का मैसेज व्हाट्सअप ग्रुप पर जारी हो चुका है। एक-दो दिनों में लिखित भी आ जाएगा। रेलवे में जूनियर और सीनियर अफसरों के बीच का फासला दूर होगा। सभी एक टीम की तरह काम करेंगे। सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की सलाह सुनी जाएगी और उनका सम्मान होगा। अधिकारी अपने कर्मचारियों के साथ ज्यादा समय बिताएंगे। सिर्फ अपने कमरे में बैठकर अफसरी झाडऩा नहीं चलेगा। बल्कि अपने अधीनस्थों की समस्याओं को सुनना, उन्हें दूर करना होगा।
ऑफिसों में दुर्गा पूजा, दिवाली समेत किसी भी त्योहार में उपहारों का लेनदेन नहीं चलेगा। गिफ्ट कल्चर तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया गया है। अफसर और कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर ध्यान दें। अगर किसी का काम निरीक्षण करने का है तो उसे मौके पर जाकर काम करना होगा।सफाई पर विशेष ध्यान होना चाहिए। जहां तक हो सके हर काम में उद्घाटन की परंपरा से दूर रहें।