मन की बात में बोले पीएम: आस्था के नाम पर कानून उल्लंघन दंडनीय

 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 35वीं बार रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए से जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये देश बुद्ध और गांधी का देश है पीएम ने कहा कि उत्सवों के बीच में जब हिन्दुस्तान के किसी कोने से हिंसा की खबरें आती हैं तो देश की चिंता होना स्वाभाविक है। उन्होंने पंचकूला हिंसा का नाम लिये बगैर कहा कि आस्था के नाम पर, कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है।
गणेश पूजा की शुभकामना देते हुए पीएम मोदी ने कहा इन दिनों हिन्दुस्तान के हर कोने में गणेश चतुर्थी की धूम मची हुई है। जब गणेश चतुर्थी की बात आती है तो सार्वजनिक-गणेशोत्सव की बात स्वाभाविक है। बाल गंगाधर लोकमान्य तिलक ने 125 साल पूर्व इस परंपरा को जन्म दिया। इस महापर्व को एकता, समता और शुचिता का प्रतीक कहा जाता है।
जैन समाज के संवत्सरी पर्वा का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि संत्वरसरी का पर्व क्षमा, अहिंसा और मैत्री का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जैन समाज में कल संवत्सरी का पर्व मनाया गया। जैन समाज में भाद्र मास में पर्युषण पर्व मनाया जाता है। संवत्सरी का पर्व क्षमा, अहिंसा और मैत्री का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने कहा कि केरल में ओणम का त्योहार मनाया जाता है। ओणम केरल का एक प्रमुख त्योहार है। यह पर्व अपने सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। ओणम का पर्व, केरल की समृद्धि सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है।
पीएम मोदी ने सभी देशवासियों को ईद उल जुहा की बहुत -बहुत बधाइयां दी। पर्यावरण को लेकर जागरूक करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सजगता आज एक नया डायमेंशन है। उन्होंने कहा कि समाज में अगर आप इको फ्रेंडली व्यवहार के खिलाफ हैं तो आज वह बुरा माना जाता है। गणोत्सव में भी इको-फ्रेंडली गणपति, एक बड़ा अभियान बन गया है। उन्होंने कहा कि हर घर में बच्चे मिट्टी ला करके गणेश जी बना रहे हैं, उसमें रंग पुताई कर रहे हैं। कोई सब्जी के रंग लगा है तो कोई कागज के टुकड़े चिपका रहा है। स्वच्छता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2 लाख 30 हजार से भी ज्यादा गांव, खुले में शौच से अपने आपको मुक्त घोषित कर चुक है। उन्होंने कहा कि तीन वर्ष पूर्व जब स्वच्छता का अभियान प्रारंभ किया था, 2 अक्टूबर को उसको तीन साल हो जाएंगे। शौचालयों की कवरेज 39 फीसदी से करीब-करीब 67 फीसदी पहुंची है।