माया की मांग: शिक्षा मित्रों के साथ करे इंसाफ

 

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने यूपी में शिक्षामित्रों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त करते हुये प्रदेश की भाजपा सरकार से उनके प्रति नरम, सकारात्मक और सहयोगपूर्ण रवैया अपनाने की माँग की है।
मायावती ने आज जारी बयान में कहा कि प्रदेश के शिक्षामित्रों का जीवन अधर में लटका हुआ है। इनमें काफी बड़ी संख्या में महिलायें शामिल हैं। वे वास्तव में एक प्रकार से सडक़ पर आ गये हैं जबकि उनका काम आने वाली पीढ़ी का जीवन सुधारना है। वे राज्य सरकार से न्याय और सहारा पाने के लिये लगातार आन्दोलनरत हैं, लेकिन भाजपा सरकार उनकी सुध नहीं ले रही।
बयान में कहा गया है कि जब वे सरकार से कोई न्यायसंगत नीति बनाकर उनकी समस्या को हल करने की अपनी मांग के समर्थन में आन्दोलन करते हैं तो भाजपा सरकार उन पर पुलिस की लाठियां बरसाती है, जो न्यायोचित नहीं है। बसपा शिक्षामित्रों पर इस प्रकार की ज्यादती और उनकी मांगों के प्रति नकारात्मक रवैया अपनाए जाने की कड़ी निन्दा करती है। भाजपा सरकार को वास्तव में शिक्षामित्रों के प्रति सकारात्मक रुख अपनाकर ऐसी नीति बनानी चाहिये जिससे उनकी नौकरी सलामत रहे और वे पूरे मन से वापस शिक्षण के काम में लग सकें।
कांशीराम ग्रीन इको गार्डन की लगातार हो रही अनदेखी और उपेक्षा पर चिन्ता व्यक्त करते हुये बसपा प्रमुख ने कहा कि पहले आग की घटना और अब वहाँ लगी मूर्तियों की चोरी ने मामले को काफी गम्भीर बना दिया है, जिसके प्रति राज्य सरकार को सख़्त कदम उठाना चाहिये ताकि ऐसी घटनाओं को आगे रोका जा सके। इससे पहले भी वी.आई.पी. रोड पर स्थित इको गार्डन और अन्य स्मारकों के रख-रखाव पर भी समुचित ध्यान के सम्बन्ध में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल मुख्यमंत्री से मिल चुका है।
उन्होंने कहा कि ग्रीन इको गार्डन जनहित का सार्वजनिक पार्क है जो राज्य की राजधानी लखनऊ की शोभा है। दलितों और पिछड़ों में जन्मे महान सन्तों, गुरुओं एवं महापुरुषों के आदर-सम्मान से जुड़े होने के कारण इन स्थलों से करोड़ों लोगों की भावनाएं भी जुड़ी हुई हैं। कांशीराम एवं बसपा के समर्थक काफी बड़ी संख्या में इन स्थलों के दर्शन हेतु लगातार लखनऊ आते रहते हैं।
इसके अलावा लखनऊ मेट्रो के सुचारु संचालन में आ रही लगातार बाधाओं से भी प्रदेश की काफी बदनामी हो रही है। इस पर भी राज्य सरकार को समुचित ध्यान देने की जरुरत है।