लखनऊ। अमरीका के न्यूयॉर्क शहर में स्थित चिडिय़ाघर में सोमवार को बाघिन में कोरोना होने का मामला सामने आया है, पूरे विश्व में गैरपालतू जानवर में संक्रमित होने का यह पहला केस है। वहीं गाइडलाइन का पालन करते हुए यूपी के सभी चिडिय़ाघर में ऐसी स्थिति से बचने के लिए पुख्ता इंतजाम किये गए हैं।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये वन्यजीवों के बाड़ों के अंदर और बाहर सैनिटाइजर का छिडक़ाव किया जा रहा है, इससे यह सुनिश्चित होगा कि कर्मचारी और वन्यजीव स्वस्थ हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए वाइरो साइडल व विरकोन एस नामक दवा का छिडक़ाव भी करवाया है। इसके प्रभाव से कई तरह के वाइरस नष्ट हो जाते हैं।परिसर की खिड़कियां, वन्यजीवों के पिंजरों की जालियां समेत अन्य ऐसे स्थान जहां वायरसों के पनपने का ज्यादा खतरा रहता है, उन स्थानों पर छिडक़ाव करवाया गया है। वन्यजीवों की देखरेख में भी पर्याप्त कर्मचारी लगे हैं।
केंद्रीय जू प्राधिकरण की गाइडलाइन के अनुसार वन्यजीवों को पर्याप्त भोजन और दवायें दी जा रही हैं। निदेशक आरके सिंह ने बताया कि वन्यजीवों को दिए जाने वाले भोजन को पहले से ही विसंक्रमित किया जा रहा है। 29 हेक्टेयर में फैले चिडिय़ाघर में कुल 152 बाड़े और 1012 वन्यजीव और उनकी 104 प्रजातियां हैं। ऐसे में हम सावधानी बरतने के साथ संक्रमण रोकने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
लखनऊ जू रोज होगा सेनिटाइज
