साम्प्रदायिकता एक बड़ी चुनौती: राजेन्द्र चौधरी

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जनसंदेश न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सांप्रदायिकता के खतरे के खिलाफ समय-समय पर यों ही सजग नहीं करते रहते हैं। वास्तव में यह एक बड़ी चुनौती है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार बनने के बाद से भाजपा बसपा जैसे दलों को लगने लगा है कि उनके लिए आगे भी अंगूर खट्टे रहेंगे। खीझ में वे प्रदेश में अराजकता और कानून व्यवस्था में गड़बड़ी करने की साजिशें रचते रहे हैं। समाजवादी सरकार की इन पर सतर्क निगाहे हैं। उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार के तीन सालों में भाजपा और आर0एस0एस0 ने प्रदेश में शांति व्यवस्था बिगाडऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी है। मुजफ्फरनगर, कांठ (मुरादाबाद) मेरठ, मथुरा में उपद्रव की साजिशें हुईं। इससे पूर्व अयोध्या में परिक्रमा के नाम पर तनाव पैदा करने की कोशिशें हुई थी। दो साल पहले सहारनपुर में भी गड़बड़ी फैलाने का काम किया गया था।
सांप्रदायिक ताकतों की हलचलें आगामी विधान सभा चुनाव के नजरिए से बढऩे की आशंका स्वयं खुफिया ब्यूरों (आईबी) ने भी जताई है। प्रदेश में कासगंज और सहारनपुर में दो समुदायों के बीच संघर्ष होना जताता है कि यहां शांति व्यवस्था को बिगाडऩेवाली ताकतें हंै। ये ताकतें नहीं चाहती है कि प्रदेश का विकास हो और यहां के लोग खुशहाली की जिन्दगी जिए। वैसे यह सुनिश्चित है कि उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक तत्वों की दाल समाजवादी पार्टी के रहते गलनेवाली नहीं है।