लखनऊ। यूपी में चल रही मौजूदा गेहूं खरीद पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग भारी है। एक सप्ताह में करीब 23 हजार किसानों से ही खरीद हो सकी है। सरकारी खरीद का आंकड़ा बीते साल की तुलना में फिलहाल आधा है। हालांकि इस साल सरकारी खरीद 15 दिन बाद शुरू हुई है।प्रदेश में किसानों से सीधे गेहूं खरीद के लिए करीब 5225 केंद्र खोले गए हैं। गेहूं खरीद का लक्ष्य 55 लाख मीट्रिक टन है। अब तक 140820.05 मीट्रिक टन टन गेहूं खरीदा गया है जबकि पिछले साल 22 अप्रैल तक 367715.46 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई थी। किसानों को 35.798 करोड़ का भुगतान हो चुका है जबकि 235.281 करोड़ का भुगतान होना है।अलबत्ता इस बार स्थितियां फर्क हैं। कोविड -19 के कारण प्रदेश में इस बार गेहूं की सरकारी खरीद एक अप्रैल की जगह 15 अप्रैल से शुरू हुई है। विषम परिस्थितियों व किसान और खरीद में लगे लोगों की सुरक्षा को देखते हुए सरकार ने खरीद केंद्रों पर ज्यादा भीड़ एकत्र न होने देने के निर्देश दिए हैं। फसलों की कटाई से लेकर खरीद केंद्रों तक सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए कहा गया है। एक साथ खरीद केंद्रों पर भीड़ न हो, इसके लिए टोकन की व्यवस्था की गई है। जिला खरीद विपणन अधिकारियों से कहा गया है कि टोकन देते समय यह ध्यान रखें कि किसी एक खरीद केंद्र पर ज्यादा भीड़ न हो। खाद्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरकारी खरीद धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही है। अगले सप्ताह और जोर पकड़ेगी।
यूपी में गेहूं खरीद: सोशल डिस्टेंसिंग भारी
