आखिरकार मिल गयी सरजमीं: बांग्लादेश की बस्ती से लोगों का आना शुरू

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नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश के बीच बस्तियों का ऐतिहासिक आदान प्रदान शुक्रवार मध्यरात्रि से शुरू हो गया। बांग्लादेशी सीमा से घिरी 100 से ज्यादा भारतीय बस्तियों और भारतीय सरजमीन से घिरी 50 से ज्यादा बांग्लादेशी बस्तियों का आदान प्रदान हो रहा है। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर देश शोक मना रहा है, बस्तियों के आदान प्रदान पर कोई समारोह नहीं मनाया जाएगा। इन बस्तियों में रहने वाले तकरीबन 51000 निवासी दशकों से राज्यविहीन थे। उन्होंने अपना मन बना लिया है कि उन्हें किस देश में रहना है।
बस्तियों का यह आदान प्रदान इसी साल 6 जून को ढाका में भारत और बांग्लादेश के बीच एक करार पर दस्तखत के बाद हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना की मौजूदगी में दस्तखत किए करार के तहत दोनों देश सीमा से लगी बस्तियों का आदान-प्रदान करेंगे। इन बस्तियों के लोग जन सुविधाओं से वंचित थे और खराब हालत में रह रहे थे।