हमीरपुर के बिवांर कस्बे में अभी भी पसरा है सन्नाटा

hamirpur


लखनऊ। यूपी मेंहमीरपुर के बिवांर में छात्रा के साथ छेड़छाड़ के बाद उसके आत्महत्या करने की घटना को करीब एक हफ्ते हो गया है मगर इसके बाद भी वहां की स्थिति ठीक नहीं है। भाजपा और कांग्रेस सहित अन्य दलों को भी सरकार पर हमला करने के लिए एक हथियार मिल गया है। सभी दल इस घटना को जहां शांत नहीं होने दे रहे हैं वहीं आये दिन नेताओं के दौरे से इस मामले को और हवा मिल रही है। भाजपा ने इस कांड को लेकर एक सीडी भी जारी की है। वहीं आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री के भी हमीरपुर के इस कस्बे बिवांर जाने का कार्यक्रम है।
हमीरपुर का यह कस्बा अभी अशांत है। छात्र की मौत के बाद सातवें दिन भी बिवांर कस्बे में तनाव बरकरार है। सभी दुकानें बंद हैं, सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है, रास्तों पर जले हुए वाहन और जानवर ही दिखाई पड़ रहे है। अघोषित कफ्र्यू जैसे हालात में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। कस्बे के ज्यादातर मर्द गांव छोड़कर भाग गए हैं। कस्बे में सिर्फ औरतें और बच्चे ही बचे हैं। घरों में ताले लगे हुए हैं और खास बात यह है कि छात्रा के पीडि़त परिवार ने सरकार की 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद लेने से इनकार कर दिया है।
मालूम होकि घटना बीती 25 जुलाई को 12वीं की छात्रा स्वीकृति खरे को गांव के दो गुंडों ने सरेआम छेड़छाड़ का विरोध करने पर पीटा था जिसके बाद उसने आत्मदाह कर लिया था। इसके बाद हुए बवाल में पुलिस ने गोली चलाई थी जिससे एक छात्र की मौत हो गई थी और पांच लोग घायल हो गए थे। इसके बाद 13 जिलों की पुलिस फोर्स बुलाकर पूरे कस्बे को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। घटना को 7 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब भी हालात ठीक नहीं हुए हैं।