सरकार या तो सुधर जाए नहीं तो समझा दिया जाएगा: बाबा टिकैत

श्यामल मुखर्जी/दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सभा को संबोधित कर कहा कि देश में अगली क्रांति किसान क्रांति होगी। सरकार या तो सुधर जाए नहीं तो उसे समझा दिया जाएगा। उधर जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से किसानों के आंदोलन स्थल को स्नाइपर डॉग की मदद से जांच पड़ताल की गई। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित सरकार बंजर भूमि की तरह हो गई है। इस आंदोलन का हल निकलेगा और जरूर निकलेगा क्योंकि यह वह किसान है जिन्होंने जंगलों को काट कर हल चलाया है । सरकार ने एक नया शिगूफा छोड़ा है कि हर जिले में किसानों को समझाने का अभियान चलाया गया है। इसी के मद्देनजर आज मेरठ में भी कैंप लगाया गया है । शहर में क्यों कैंप लगा रहे हैं सरकार को यह कैंप गांव में लगाना चाहिए । जिसे समझाना चाहते हो यह किसान भी तो सुन ले कि आप क्या समझाना चाहते हैं ? सरकार दिल्ली के फिक्की ऑडिटोरियम में व्यापारियों की मीटिंग लेती है वहां हम जैसे किसानों को भी बुलाया जाए। सरकार न तो हमें दिल्ली बुलाती है और न हीं गांव में खुद आती है। राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री कच्छ में जाकर किसानों की मीटिंग लेते हैं। बता दें कि कच्छ वह दलदल है जहां एक भी दाना नहीं उगता था। वहां सेना के पूर्व सैनिकों को पट्टे पर भूमि आवंटित की गई। उन्होंने मेहनत से भूमि को उपजाऊ बनाया है अब उनके पट्टे वापस लिए जा रहे हैं। सैनिक कृषको को उनकी भूमि से बेदखल किया जा रहा है। यहां के पूर्व सैनिकों ने कोर्ट की शरण ली है। यह सरकार अब अति कर रही है। किसान समय से इसका उचित माकूल जवाब देंगे।