कृषि बिल पर चन्द्रशेखर राव ने बदला पाला

नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को विरोध करने वाली तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने अब यू-टर्ट ने लिया है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा है कि किसानों को अपने अनाज को कहीं भी बेचने की अनुमति देने के लिए राज्य सरकार को अनाज की खरीद करने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि नए कृषि कानून देशभर में लागू किया जा रहे हैं। बता दें कि इससे पहले केसीआर ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद का समर्थन किया था।
पार्टी का यह रुख पिछले दिनों दिल्ली में केसीआर के पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के मुलाकात के बाद देखने को मिला है। जबकि पार्टी ने इससे पहले संसद में इस कानून के खिलाफ वोट किया था। रविवार की शाम मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव की ओर से एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई थी जिसमें कृषि उपज की बिक्री और खरीद की प्रक्रिया पर चर्चा करनी थी, लेकिन अब इसे बाजारा पर छोड़ दिया गया है।
बैठक के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा है कि सरकार अब ऐसा नहीं कर सकती है। क्योंकि यह एक व्यापारिक संगठन या व्यापारी नहीं है। सरकार राइस मिलर या दाल मिलर नहीं है। बिक्री और खरीद सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। सरकार ने कहा कि अगले साल से गांव में खरीद केंद्र स्थापित करना संभव नहीं है। हालांकि, केसीआर ने अनाज की ठीक से खरीदारी और ब्रिक्री के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सुझाव दिया है कि किसानों को एक बार में ही अपनी पूरी उपज को बाजारों में नहीं लाना चाहिए, ताकि उन्हें बेहतर मूल्य मिल सकेगा।