वाह री सरकार: रोज कमाने वालों के पेट पर लात रही मार

दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड-19 के दौरान भारत की जनता को दिए संदेश में स्पष्ट किया गया था कि किसी का भी रोजगार न छीना जाए तथा रोजगारी का भुगतान समय पर किया जाए लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार नरेंद्र मोदी के उस आदेश/अनुरोध को ठेंगा दिखाकर दरकिनार कर ताक पर रखते हुए मुरादाबाद विकास प्राधिकरण में कार्यरत 110 दैनिक वेतन/वर्क चार्ज कर्मचारियों की सेवा समाप्ति का अमानवीय प्रयास कर रोजनदारी कर्मचारियों के पेट पर लात मार रही है जिसके विरुद्ध दैनिक वेतन कर्मियों ने सुबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के समक्ष अपने व अपने परिवार के भरण-पोषण की याचना की गई है। मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र में लगभग 25-30 वर्षों से लगातार कार्यरत दैनिक कर्मियों ने अवगत कराया कि इस समय हमारी उम्र लगभग 40/45 वर्ष हो गई है तथा परिवार के भरण-पोषण का कोरोना महामारी के समय अन्य कोई सहारा नहीं है तथा उम्र के इस पड़ाव में अब हम कहां जाएं। दैनिक कर्मियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र के साथ प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग उत्तर प्रदेश शासन व उपाध्यक्ष मुरादाबाद विकास प्राधिकरण को भी प्रतिलिपि प्रेषित कर सूचित किया।
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्षा के इस कारनामे का संज्ञान पाकर उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरण कर्मचारी संयुक्त संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष श्री अवधेश कुमार सिंह व प्रांतीय महामंत्री श्री वृंदावन दोहरे ने दैनिक कर्मियों के साथ हो रहे इस घोर अन्याय व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेशों को धता बताते हुए मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा किए जा रहे अमानवीय प्रयास को रोकने हेतु दिनांक 28-12-2020 को प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ,मंडल आयुक्त मुरादाबाद मंडल मुरादाबाद,जिला अधिकारी मुरादाबाद व समस्त समाचार प्रकाशन समूहो को पत्र द्वारा सूचित किया गया। पत्र में दैनिक कर्मियों के साथ बीत रही व्यथा को बताते हुए प्रांतीय महामंत्री श्री वृंदावन दौहरे ने उत्तर प्रदेश शासन व स्थानीय प्रशासन से स्पष्ट मांग की कि दैनिक कर्मियों व उनके परिवार के साथ मानवीय व्यवहार अपना कर उनकी रोजी-रोटी की व्यवस्था का ध्यान रखते हुए मुरादाबाद विकास प्राधिकरण में कार्यरत दैनिक वेतन/ वर्क चार्ज कर्मचारियों की लगातार अनवरत 25-30 वर्षों की सेवा को दृष्टिगत रखते हुए सेवा समाप्ति के आदेश वापस लिए जाएं साथ ही चेताया कि यदि मुरादाबाद विकास प्राधिकरण में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी/वर्कचार्ज कर्मचारियों की सेवा समाप्ति का आदेश वापस नहीं लिया जाता है तो उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरण कर्मचारी संयुक्त संगठन मुरादाबाद विकास प्राधिकरण कार्यालय परिसर में मांगे पूरी ना होने तक आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी मुरादाबाद विकास प्राधिकरण प्रशासन की होगी ।