कांग्रेस को बड़ा झटका : पदाधिकारियों ने सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा

रायबरेली। यूपी में पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस में बगावत पहले ही शुरू हो गई। इसी बीच कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। रायबरेली में कांग्रेस के करीब 35 पदाधिकारियों ने सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा है। इस्तीफा भेजने वालों में पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव, पूर्व जिलाप्रभारी, मौजूदा पीसीसी सदस्य शिव कुमार पांडेय आदि शामिल हैं। बताते हैं कि पार्टी की नई कार्यकारिणी से असंतुष्ट होकर सभी ने इस्तीफा दिया है।13 दिन पहले केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरान के बयान ने कांग्रेस में हलचल पहले ही पैदा कर दी थी। पदाधिकारियों के इस्तीफे के बाद से पार्टी अब अन्य कार्यकर्ताओं को साधने में लगी है। रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजने वाले पदाधिकारियों ने पार्टी का उनके प्रति भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उनका आरोप है कि पार्टी दूसरे दल से आने वालों लोगों को काफी तरजीह दे रही है। पदाधिकारियों का आरोप है कि दूसरे दल आए लोगों को पार्टी ब्लॉक के महत्वपूर्ण पद पर बैठा रही है। पीसीसी सदस्य शिवकुमार पांडेय के नेतृत्व में 35 पदाधिकारियों ने एक साथ इस्तीफा भेजकर पार्टी में चल रहे मामले की जांच कराने की मांग की है। पत्र में लिखा गया है कि कांग्रेस पार्टी में आए दूसरे दलों के शामिल होने पर पार्टी की नींव कमजोर होती जा रही है। जिला अमेठी से जैसे सांसदी पार्टी छिनी है उसके बाद से जिले में पार्टी की दशा खराब होती जा रही है। पदाधिकारियों के इस्तीफे की खबर से पार्टी में घमासान मचा हुआ है। हालांकि इस्तीफा मंजूर हुआ है या नहीं इस पर अभी कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
कहीं अमेठी जैसी न हो जाए रायबरेली की हालत।
35 कांग्रेस नेताओं के इस्तीफा के बाद कांग्रेस में उथल पुथल मची हुई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से अमेठी सीट छिनने के बाद पार्टी की जमकर किरकिरी हुई थी। 13 दिन पहले स्मृति ईरान के बयान के बाद से कांग्रेस में घमासान मचा है। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था कि 2024 के चुनाव में रायबरेली में भी कमल खिलेगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेसियों में चर्चा है कि दूसरे गुटों के कांग्रेस में शामिल होने का खामियाजा पार्टी को उठाना पड़ सकता है। पार्टी के पदाधिकारियों को रायबरेली की हालत अमेठी जैसी होने की चिंता सता रही है।